जहरीली आइसक्रीम और अन्य उत्पादों का भंडाफोड़

आइसक्रीम

कर्नाटक में खाद्य विभाग की जांच से सामने आए चौंकाने वाले तथ्य

1. खतरनाक आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक की जांच

कर्नाटक में खाद्य विभाग ने आइसक्रीम, आइस कैंडी, और कोल्ड ड्रिंक बनाने वाली लगभग 220 दुकानों पर कार्रवाई की। विभाग ने 97 दुकानों को नोटिस जारी किया और 38,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया। जांच में यह पाया गया कि कई दुकानों में घटिया सामग्री और हानिकारक रसायनों का उपयोग किया जा रहा था।

2. हानिकारक रसायनों का इस्तेमाल: डिटर्जेंट और फास्फोरिक एसिड

डिटर्जेंट पाउडर का उपयोग

  • खतरनाक रासायनिक मिश्रण: कुछ दुकानदार आइसक्रीम को क्रीमी बनाने के लिए डिटर्जेंट पाउडर का इस्तेमाल कर रहे थे। डिटर्जेंट में मौजूद केमिकल्स शरीर के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं।
  • स्वास्थ्य पर प्रभाव: डिटर्जेंट पाउडर का सेवन पेट में जलन, गैस, उल्टी, और गंभीर मामलों में अंदरूनी अंगों में सूजन का कारण बन सकता है।

फास्फोरिक एसिड का सेवन

  • खतरनाक प्रभाव: फास्फोरिक एसिड कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम में मिलाया जा रहा था। इसका अधिक सेवन हड्डियों को कमजोर कर सकता है और दांतों को सड़ने का कारण बन सकता है। इसके अतिरिक्त, यह किडनी को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
  • कैंसर का खतरा: फास्फोरिक एसिड का लंबा समय तक सेवन पेट और पाचन तंत्र के कैंसर का कारण बन सकता है।

3. गंदे पानी का इस्तेमाल

कई दुकानदार दूषित पानी का इस्तेमाल कर रहे थे, जो आइस कैंडी और कोल्ड ड्रिंक में मिलाया जा रहा था। इससे खाने-पीने की वस्तुएं और भी हानिकारक हो जाती हैं। दूषित पानी से स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

4. जांच में क्या सामने आया?

  • सिंथेटिक दूध: कुछ दुकानों में यूरिया, स्टार्च, और डिटर्जेंट से बना सिंथेटिक दूध इस्तेमाल किया जा रहा था।
  • हानिकारक मिठास: प्राकृतिक चीनी की जगह सैकरिन और अन्य बैन लगे रंगों का इस्तेमाल किया जा रहा था, जो बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं।

5. आइसक्रीम में डिटर्जेंट पाउडर की पहचान कैसे करें?

स्वाद से पहचानें

अगर आइसक्रीम का स्वाद कड़वा, साबुन जैसा या अजीब लगता है, तो इसमें डिटर्जेंट हो सकता है।

पानी वाला टेस्ट

पिघली हुई आइसक्रीम को एक गिलास पानी में डालें। अगर पानी में झाग बनने लगे या सफेद साबुन जैसा महसूस हो, तो यह आइसक्रीम में डिटर्जेंट का संकेत हो सकता है।

रबिंग टेस्ट

पिघली हुई आइसक्रीम को उंगलियों से रगड़ें। यदि यह चिकनी या फिसलन वाली लगे, तो यह डिटर्जेंट का संकेत हो सकता है। यदि पानी से धोने पर झाग बनता है, तो सतर्क हो जाएं।

सूंघने की जांच

आइसक्रीम की शुद्ध खुशबू मीठी और क्रीमी होती है। यदि इसमें तेज रासायनिक या साबुन जैसी गंध आती है, तो यह संकेत है कि आइसक्रीम में डिटर्जेंट मिलाया गया है।

6. बच्चों को दी जाने वाली खाद्य वस्तुओं में सावधानी बरतें

खासकर बच्चों के लिए खाने-पीने की चीजों में मिलावट और हानिकारक रसायनों का सेवन खतरनाक हो सकता है। इन पदार्थों का नियमित सेवन गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

7. सख्त कार्रवाई की जा रही है

खाद्य विभाग ने मिलावट करने वाले दुकानदारों पर सख्त कार्रवाई की घोषणा की है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वे मिलावटी सामान से बचें और सुरक्षित उत्पादों का सेवन करें।

8. क्या करें?

  • सावधानी बरतें: हमेशा सुनिश्चित करें कि आप गुणवत्ता वाली आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक ही खरीदें।
  • स्थानीय दुकानों से खरीदें: जहां तक संभव हो, प्रतिष्ठित और प्रमाणित दुकानों से ही खाद्य सामग्री खरीदें।
  • सभी उत्पादों की जांच करें: घर पर लाने से पहले आइसक्रीम या अन्य उत्पादों का स्वाद और गंध चेक करें।

निष्कर्ष:
यह जांच बताती है कि मिलावटी और जहरीले पदार्थों का सेवन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हो सकता है। लोगों को इन खतरों से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए और हमेशा सुरक्षित खाद्य पदार्थों का चुनाव करना चाहिए।

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