- 2018-19 में भारत और इज़राइल के बीच व्यापार 5.56 बिलियन था, जो 2022-23 में बढ़कर 10.7 बिलियन हो गया।
- 2022-23 में भारत का इज़राइल के साथ व्यापार 10.7 बिलियन था, जिसमें से निर्यात $8.45 बिलियन और आयात 2.3 बिलियन था, जिससे भारत को 6.13 बिलियन का व्यापार अधिशेष हुआ।
प्रमुख निर्यात और आयात
- निर्यात: डिजल, हीरे, एविएशन टर्बाइन फ्यूल, रडार उपकरण, बासमती चावल, टी-शर्ट, गेहूं।
- आयात: स्पेस उपकरण, हीरे, पोटेशियम क्लोराइड, यांत्रिक उपकरण, टर्बो जेट्स, प्रिंटेड सर्किट्स।
ईरान दुनिया का चौथा सबसे बड़ा तेल उत्पादक और मिडिल ईस्ट में नंबर एक उत्पादक है. Iran में बीते साल 2023 में 2023 में 2.4 मिलियन बैरल क्रूड ऑयल का हर दिन प्रोडक्शन हुआ था. तेल भंडार का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि अपने उत्पादन का लगभग आधा कच्चा तेल ईरान दूसरे देशों को बेचता है और सबसे बड़ा खरीदार चीन (China) है. ईरान में तेल की 10 बड़ी रिफाइनरी हैं, जिनमें से सिर्फ तीन से प्रति दिन 3,70,000 बैरल तेल का उत्पादन होता है।
केवल कच्चा तेल, बल्कि भारत ईरान से कई अन्य सामान भी आयात करता है और जंग के हालात में इन जरूरी सामानों के बिजनेस को लेकर भी चिंता बढ़ गई है। बता दें कि ईरान से कच्चे तेल के अलावा सूखे मेवे, केमिकल और कांच के बर्तन भारत आते हैं. वहीं भारत की ओर से ईरान पहुंचने वाले प्रमुख सामानों की बात करें, तो बासमती चावल का ईरान बड़ा आयातक है।
ईरान वित्त वर्ष 2014-15
- ईरान वित्त वर्ष 2014-15 से भारतीय बासमती चावल का दूसरा सबसे बड़ा आयातक देश रहा है और वित्त वर्ष 2022-23 में 998,879 मीट्रिक टन भारतीय चावल खरीदा था. बासमती चावल के अलावा भारत ईरान को चाय, कॉफी और चीनी का भी निर्यात करता है।
- आंकड़े देखें तो भारत हर साल ईरान को 4 करोड़ किलो चाय का निर्यात करता है. इसके अलावा कुल चावल निर्यात का 19% के आस-पास ईरान को निर्यात होता है, जो करीब 60 करोड़ डॉलर का होता है. हालिया तनाव से देश के चावल और चाय निर्यातकों की मुश्किलें बढ़ने की आशंका बढ़ गई है।
- भारत का व्यापारिक भागीदार सिर्फ ईरान ही नहीं बल्कि इजरायल भी है. साल 2023 में भारत का इजरायल के साथ 89000 करोड़ रुपये का कारोबार रहा. भारत इजराइल को तराशे हुए हीरे, ज्वेलरी, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और इंजीनियरिंग सामान सप्लाई करता है. वहीं इजरायल भारत को बड़ी मात्रा में सैन्य हथियार निर्यात करता है।
- स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट में दिए गए आंकड़ों को देखें, तो बीते 10 साल में भारत में इजरायल से रडार्स, सर्विलांस और लड़ाकू ड्रोन और मिसाइल्स समेत करीब 3 अरब डॉलर के सैन्य हार्डवेयर का आयात किया गया है। रूस, फ्रांस, अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा हथियार इजरायल से भारत ही खरीदता है. हथियारों के अलावा भारत इजरायल से मोती, कीमती पत्थर, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण, उर्वरक, रासायनिक उत्पादों का भी आयात करता है।