ट्रंप का बयान: Bharat -Pakistan के तनाव पर बोले ‘वो सुलझा लेंगे’

By digital@vaartha.com | Updated: April 26, 2025 • 4:05 PM

🇮🇳 Bharat और 🇵🇰 पाकिस्तान के बीच तनाव: ट्रंप के बयान का विश्लेषण

Bharath और पाकिस्तान के संबंध हमेशा से ही जटिल रहे हैं। सीमा विवाद, आतंकवाद और कश्मीर जैसे मुद्दों पर दोनों देशों में अक्सर तनाव देखा गया है। ऐसे में जब अमेरिका जैसे महाशक्ति के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यह कहते हैं कि “वे खुद सुलझा लेंगे”, तो यह कूटनीतिक दृष्टिकोण से एक बड़ा संकेत है।

ट्रंप पहले भी दे चुके हैं ऐसे बयान

यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने भारत-पाक के मसले पर टिप्पणी की है। अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान उन्होंने कहा था:

“मैं भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता के लिए तैयार हूं, अगर दोनों चाहें तो।”

लेकिन इस बार उन्होंने साफ तौर पर मध्यस्थता से किनारा कर लिया है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि उनका रुख अब “आत्म-निर्भर कूटनीति” की ओर है।

ऐतिहासिक संदर्भ: Bharat -Pak रिश्तों पर अमेरिका की भूमिका

इस इतिहास को देखते हुए ट्रंप का ताज़ा बयान अमेरिका की स्थिर नीति के अनुरूप ही प्रतीत होता है — “जब तक जरूरी न हो, दखल न दे और पाकिस्तान की प्रतिक्रिया क्या हो सकती है?

भारत लगातार कहता आया है कि कश्मीर उसका आंतरिक मामला है और किसी भी बाहरी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है। ऐसे में ट्रंप का बयान कहीं न कहीं भारत की नीति के अनुरूप है।

पाकिस्तान:

पाकिस्तान अक्सर कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता की मांग करता रहा है। ट्रंप का यह बयान पाकिस्तान के लिए झटका हो सकता है क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि अमेरिका इस मुद्दे को गंभीरता से लेगा।

विशेषज्ञों का विश्लेषण

विशेषज्ञटिप्पणी
चेतन शर्मा (विदेश नीति विश्लेषक)“ट्रंप का बयान दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन को और जटिल बना सकता है।”
नीलिमा राव (पूर्व राजनयिक)“यह भारत के लिए सकारात्मक है लेकिन पाकिस्तान के लिए निराशाजनक।”
हारून राशिद (पाक नीति विशेषज्ञ)“ट्रंप का बयान इस्लामाबाद की विदेश नीति को रुख बदलने पर मजबूर कर सकता है।”

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया

# Paper Hindi News #Breaking News in Hindi #Google News in Hindi breakingnews ind pak trump