Trump Nobel बोले- भारत-पाक युद्ध मैंने रोका, पर प्राइज नहीं मिलेगा
Donald Trump एक बार फिर Trump Nobel Peace Prize को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने हाल ही में फिर यह दावा दोहराया कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को रोकने में निर्णायक भूमिका निभाई थी। मगर साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार शायद ही कभी मिलेगा क्योंकि वह “उदारवादियों के लिए आरक्षित” होता है।
Trump Nobel का बयान: खुद को बताया शांति का दूत
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा:
“मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को समाप्त करवाया था। वह भी तब जब परमाणु युद्ध का खतरा था। लेकिन मुझे नोबेल कभी नहीं मिलेगा।”
उन्होंने यह दावा पहले भी कई बार किया है, लेकिन इस बार का बयान तब आया है जब पाकिस्तान ने Trump Nobel के लिए आधिकारिक प्रस्ताव सामने रखा है।

भारत की स्थिति पर फिर उठाए सवाल
ट्रंप ने दावा किया कि यदि वह उस समय हस्तक्षेप न करते, तो भारत और पाकिस्तान युद्ध में उतर सकते थे।
- उन्होंने कहा कि दोनों देशों की सेनाएं सीमा पर अलर्ट थीं।
- ट्रंप के मुताबिक, उन्होंने कूटनीतिक दबाव और बातचीत के ज़रिए स्थिति को सामान्य किया।
- हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि “भारत इस प्रयास को कभी स्वीकार नहीं करेगा।”
भारत की प्रतिक्रिया: मध्यस्थता को किया खारिज
भारत हमेशा से साफ कहता आया है कि वह किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करता।
- विदेश मंत्रालय ने पहले भी ट्रंप के दावों को खारिज किया था।
- भारत का रुख है कि कश्मीर या कोई भी द्विपक्षीय मुद्दा सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत से ही सुलझ सकता है।

Trump और नोबेल पुरस्कार: पुराना विवाद
- यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने नोबेल पर सवाल उठाए हों।
- वह इससे पहले उत्तर कोरिया, अफगानिस्तान डील और अब्राहम समझौते को लेकर भी नोबेल के दावे कर चुके हैं।
- लेकिन उन्होंने बार-बार कहा है कि नोबेल समिति केवल “लिबरल एजेंडे” वालों को ही पुरस्कार देती है।
Trump Nobel को लेकर ट्रंप का ताजा बयान एक बार फिर वैश्विक चर्चा का विषय बन गया है। उनका दावा कि उन्होंने भारत-पाक युद्ध को रोका, राजनीतिक विश्लेषणों में गंभीरता से नहीं लिया जा रहा, खासकर तब जब भारत लगातार इस तरह की मध्यस्थता से इनकार करता रहा है। ट्रंप का यह बयान कहीं न कहीं उनकी राजनीतिक छवि और स्वयं को वैश्विक नेता सिद्ध करने की रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है।