Trump के समधी बने France में नए US Ambassador अमेरिकी सीनेट ने दी US Ambassador नियुक्ति को मंजूरी
अमेरिकी सीनेट ने 19 मई 2025 को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड Trump के समधी चार्ल्स कुश्नर को US Ambassador के रूप में फ्रांस भेजने की मंजूरी दे दी। वोटिंग में 51-45 का अंतर रहा, जिसमें कुछ डेमोक्रेट्स ने समर्थन और कुछ रिपब्लिकन सांसदों ने विरोध किया। इस नियुक्ति को लेकर अमेरिका और फ्रांस दोनों देशों में चर्चा तेज हो गई है।

विवादों से रहा है चार्ल्स कुश्नर का नाता
चार्ल्स कुश्नर का नाम पहले भी कई बार विवादों में आ चुका है। 2005 में उन्होंने टैक्स चोरी, गवाहों को प्रभावित करने और अवैध चुनावी दान जैसे अपराधों को स्वीकार किया था। इसके लिए उन्हें दो साल की जेल हुई थी। हालांकि, 2020 में Trump प्रशासन ने उन्हें माफी दी थी, जिससे वह फिर से सार्वजनिक जीवन में लौट सके।
US Ambassador बनने पर उठे सवाल
US Ambassador जैसे संवेदनशील पद पर चार्ल्स कुश्नर की नियुक्ति ने कई सवाल खड़े किए हैं। आलोचकों का मानना है कि कुश्नर को इस पद के लिए ना तो राजनयिक अनुभव है और ना ही अंतरराष्ट्रीय मामलों की गहराई से समझ। फ्रांस में भी इस नियुक्ति को लेकर कई नेताओं और विश्लेषकों ने संदेह जताया है।
Trump परिवार और राजनीतिक ताकत
चार्ल्स कुश्नर न सिर्फ ट्रंप के समधी हैं बल्कि जारेड कुश्नर के पिता भी हैं, जो स्वयं Trump के कार्यकाल में व्हाइट हाउस में अहम भूमिका निभा चुके हैं।
ट्रंप परिवार की राजनीतिक पकड़ और निजी वफादारों की नियुक्ति को लेकर यह कदम एक बार फिर चर्चा में है।
इस US Ambassador की नियुक्ति को Trump के प्रभाव और नेटवर्किंग का परिणाम माना जा रहा है।

आगे क्या?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चार्ल्स कुश्नर फ्रांस में US Ambassador के रूप में कैसा प्रदर्शन करते हैं।
उनकी यह भूमिका अमेरिका-फ्रांस संबंधों को कैसे प्रभावित करेगी और,
क्या वे अपने अतीत की छाया से बाहर निकल पाएंगे, यह आने वाला समय बताएगा।