यूजीसी फर्ज़ी नोटिस: सोशल मीडिया पर एक नोटिस तेजी से वायरल हो रहा था, जिसमें दावा किया गया कि देश में युद्ध जैसे हालात के कारण यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने सभी परीक्षाएं निरस्त कर दी हैं। इस नकली सूचना ने विद्यारितोयों और अभिभावकों में दहशत फैला दी। लेकिन अब खुद यूजीसी ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि यह अधिसूचना पूरी तरह नकली है और परीक्षाएं निर्धारित प्रोग्राम के मुताबिक ही होंगी।
फर्जी नोटिस में क्या दावा किया गया था?
इस वायरल अधिसूचना में लिखा गया था कि इंडिया और पाकिस्तान के बीच तनाव के चलते देश में “युद्ध जैसे हालात” हैं और ऐसे में सभी शैक्षणिक संस्थानों की परीक्षाएं निरस्त कर दी गई हैं।
साथ ही, विद्यारितोयों को फौरन अपने गृह लौटने की सलाह दी गई थी।

यूजीसी फर्ज़ी नोटिस: UGC ने तुरंत दी प्रतिक्रिया
यूजीसी ने इस जनप्रवाद को गंभीरता से लेते हुए अपने आधिकारिक पूर्व ट्विटर हैंडल पर स्पष्ट किया कि यह अधिसूचना नकलीहै। यूजीसी के नाम से एक नकली सार्वजनिक अधिसूचना वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया है कि सभी परीक्षाएं निरस्त कर दी गई हैं। हम स्पष्ट करते हैं कि यूजीसी ने ऐसी कोई प्रख्यापन नहीं की है। यह अधिसूचना पूरी तरह नकली है।”
ऑपरेशन सिंदूर के बाद वायरल हुआ था नकली अधिसूचना
इस अफवाह की टाइमिंग भी सवाल खड़े करती है, क्योंकि यह उस वक्त सामने आया जब भारतीय सेना ने 22 अप्रैल को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POJK) और पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। ऐसे में नकली अधिसूचना का मकसद भ्रम फैलाना माना जा रहा है।
यूजीसी ने दी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
यूजीसी ने कहा है कि इस तरह की अफवाह फैलाना कानूनन अपराध है और इसके विरोध कठोर कदम उठाए जाएंगे। विद्यारितोयों और अभिभावकों को केवल यूजीसी की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल्स पर दी गई जानकारी पर ही विश्वास करना चाहिए।