रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से जारी भीषण युद्ध के दौरान एक अनोखी घटना घटी जब रूसी सैनिकों के सामने अचानक यूक्रेन के 5 असली शेर आ गए। यह शेर युद्धग्रस्त इलाके में थे, जहां रूसी सेना निर्णायक लड़ाई लड़ रही थी, लेकिन शेरों के सामने आने से सैनिकों को पीछे हटना पड़ा।
बाद में इन शेरों और शेरनियों को बचाकर इंग्लैंड भेज दिया गया। इनमें दो कुपोषित शेरनियां भी थीं—एक अपार्टमेंट में सीमित जीवन बिता रही थी, जबकि दूसरी इतनी सदमे में थी कि चल भी नहीं पा रही थी। युद्ध क्षेत्र से बचाए गए इन आघातग्रस्त शेरों को अब इंग्लैंड में नया सुरक्षित ठिकाना मिल गया है।
युद्ध में फंसे शेरों को सुरक्षित अभयारण्य पहुंचाया गया
युद्ध प्रभावित क्षेत्र से बचाए गए इन शेरों को जल और सड़क मार्ग से 12 घंटे से अधिक की यात्रा के बाद बिग कैट अभयारण्य पहुंचाया गया। अफ्रीकी नर शेर रोरी और शेरनियां अमानी, लीरा और वांडा इस महीने बेल्जियम के चिड़ियाघरों और पशु आश्रयों से अस्थायी निवास के बाद यहां लाए गए। वे अगस्त में पहुंची शेरनी युना के साथ अभयारण्य के नए शेर बचाव केंद्र में शामिल हुए, जो आधिकारिक रूप से मंगलवार को खोला जाएगा।
यूक्रेन युद्धग्रस्त शेरों की दर्दनाक कहानी, बचाव में जुटे अधिकारी
शेरों को संरक्षित करने वाले अधिकारियों ने बताया कि इनमें से 5 शेर रूसी हमले के दौरान अग्रिम पंक्ति में थे। कुछ शेरों को उनके मालिकों ने उपेक्षित कर छोड़ दिया था। शेरनी युना को एक छोटी ईंट की कोठरी में रखा गया था, जहां एक मिसाइल हमले का मलबा गिरने से वह सदमे में आ गई थी। शेर रोरी के साथ एक निजी चिड़ियाघर में दुर्व्यवहार किया गया। अमानी और लीरा को शावक के रूप में पर्यटकों के साथ तस्वीरें खिंचवाने के लिए पाला गया था, जबकि वांडा को अपार्टमेंट में बंद कर रखा गया था। वह कुपोषित थी और परजीवियों से ग्रस्त थी।