Union Minister: फ़ोन टैपिंग मामले में 8 अगस्त को एसआईटी के समक्ष पेश होंगे बंडी संजय

By Ajay Kumar Shukla | Updated: August 6, 2025 • 11:22 PM

हैदराबाद। दो तेलुगु राज्यों में चर्चा का विषय बने फ़ोन टैपिंग मामले की एसआईटी जाँच तेज़ी से जारी है। एसआईटी अधिकारी इस मामले में आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं। जांच के दौरान, एसआईटी अधिकारियों ने उन नेताओं को नोटिस जारी किए हैं जिन्होंने पहले शिकायत की थी कि उनके फ़ोन टैप किए जा रहे हैं और उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं। दर्जनों नेताओं ने, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल के हों, एसआईटी अधिकारियों को अपने बयान दिए हैं।

पहली बार 17 जुलाई को एसआईटी से नोटिस मिला था बंडी संजय को

केंद्रीय मंत्री बंडी संजय (Bandi Sanjay), जिन्हें पहली बार 17 जुलाई को एसआईटी से नोटिस मिला था, को 24 जुलाई को सुनवाई में पेश होना था। हालाँकि, उन्होंने जाँच अधिकारियों को सूचित किया कि वे निर्धारित आधिकारिक कार्यक्रमों के कारण सुनवाई (Hearing) में शामिल नहीं हो पाएँगे। इसके साथ ही, एसआईटी ने एक बार फिर बंडी संजय को नोटिस जारी कर उन्हें इस महीने की 8 तारीख को सुनवाई में पेश होने को कहा है

बंडी संजय ने घोषणा की है कि वह सुनवाई में उपस्थित होंगे

इस संदर्भ में, एसआईटी नोटिस प्राप्त करने वाले बंडी संजय ने घोषणा की है कि वह सुनवाई में उपस्थित होंगे। उनके निजी कर्मचारी भी उसी दिन सुनवाई में शामिल होंगे। इसी तरह, बंडी संजय ने फोन टैपिंग मुद्दे पर पुलिस प्रमुखों को एक पत्र लिखा है। वह केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से प्राप्त जानकारी के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ भी एसआईटी को सौंपने वाले हैं। दूसरी ओर, भाजपा नेतृत्व पति-पत्नी की बेडरूम की बातचीत की फोन टैपिंग को पहले से ही गंभीरता से ले रहा है। भाजपा लीगल सेल ने मामले की जाँच सीबीआई को सौंपने के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है।

भाजपा नेतृत्व फोन टैपिंग मुद्दे पर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा की तैयारी में

खुफिया ब्यूरो के सूत्र फोन टैपिंग मामले में पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर और केटीआर की भूमिका के सबूत जुटा रहे हैं। पूर्व डीसीपी राधाकिशन ने एसआईटी के सामने स्वीकार किया कि फोन टैपिंग केवल केसीआर के आदेश पर की गई थी, और पूर्व खुफिया प्रमुख प्रभाकर राव ने बयान दिया कि फोन टैपिंग केवल डीजीपी के आदेश पर की गई थी, ऐसा लगता है कि भाजपा नेतृत्व फोन टैपिंग मुद्दे पर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा की तैयारी कर रहा है।

बंडी संजय की राजनीतिक यात्रा (career) क्या रही?

वर्ष 1971 में जन्मे बंदी संजय कुमार 12 वर्ष की आयु में आरएसएस से जुड़े और बाद में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में सक्रिय भूमिका निभाई, जिसमें उन्होंने नगर अध्यक्ष, राज्य कार्यकारी सदस्य, राष्ट्रीय सचिव (केरल) और तमिलनाडु प्रभारी जैसे पद संभाले।

वर्तमान पद व जिम्मेदारियाँ कौन-सी हैं?

गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री (Minister of State for Home Affairs) – उन्हें मोदी सरकार‑3.0 में 9 जून 2024 को यह जिम्मेदारी दी गई।

SSC पेपर लीक मामले और जमानत की जानकारी?

ग्रामीण सुनवाई के दौरान, अप्रैल 2023 में तेलंगाना में कक्षा 10 हिंदी SSC परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में बंदी संजय कुमार और अन्य के खिलाफ कार्रवाई की गई। 4 अप्रैल को उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई और उन्हें मुख्य आरोपी (A-1) बताया गया।

Read also: New Delhi : तेलंगाना और फिलीपींस कर सकते है यह व्यापार

#Hindi News Paper bandi sanjay breakingnews latestnews noticा phone taping received SIT