UP: अवैध धर्मांतरण देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश: योगी

By Ajay Kumar Shukla | Updated: July 12, 2025 • 2:01 PM

लखनऊ। प्रदेश सरकार अवैध धर्मांतरण के खिलाफ पूरी सख्ती से कार्रवाई कर रही है। कुछ ताकतें योजनाबद्ध तरीके से देश के स्वरूप को बदलने की कोशिश कर रही हैं। यह समाज को तोड़ने और धार्मिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने की साजिश है। ऐसी गतिविधियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है। अनुसूचित जाति के लोगों को लालच और भय के जरिए धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है, जो संविधान और सामाजिक समरसता के खिलाफ है।

ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने शनिवार को सरकारी आवास पर श्री गुरु तेग बहादुर जी महाराज (Shri Guru Teg Bahadur Ji Maharaj) के 350 वें शहीदी वर्ष को समर्पित श्री तेग बहादुर संदेश यात्रा के दौरान कही

सीएम योगी ने फूल बरसाकर संदेश यात्रा का किया स्वागत और सम्मान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी वर्ष को समर्पित श्री तेग बहादुर संदेश यात्रा का सरकारी आवास पर स्वागत और सम्मान किया। इस दौरान सीएम ने संदेश यात्रा का फूल बरसाकर स्वागत किया। यहीं से संदेश यात्रा का शुभांरभ हुआ। संदेश यात्रा लखनऊ से चलकर कानपुर, इटावा, आगरा होकर दिल्ली के चांदनी चौक और शीशगंज गुरुद्वारा तक जाएगी।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा कि प्रदेश सरकार अवैध धर्मांतरण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने हाल ही में बलरामपुर में एक बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें अवैध धर्मांतरण को बढ़ावा देने के लिए विदेशों से धन राशि प्राप्त करने वाले एक नेटवर्क का पर्दाफाश किया गया।

गुरु तेग बहादुर जी की शहादत और बलिदान की याद दिलाती है संदेश यात्रा

सीएम योगी ने कहा कि यात्रा के माध्यम से 350 वर्षों के शहीदी इतिहास को जीवंत किया जा रहा है, जिसमें उस समय के कठिन कालखंड की याद दिलाई जा रही है जब औरंगजेब जैसे अत्याचारी शासक का शासन था। शासक का उद्देश्य था सनातन धर्म को समाप्त करना और इस्लामिक धर्म को बढ़ावा देना। गुरु तेग बहादुर जी ने इस चुनौती का सामना करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी, लेकिन अपने पथ से कभी विचलित नहीं हुए। उन्होंने अपने बलिदान से आने वाली पीढ़ियों को एक प्रेरणा दी। यह पूरी यात्रा शहादत और बलिदान की परंपरा की नींव पर खड़ी है। जब हम इस शहीदी दिवस के आयोजन को देखते हैं, तो हमें उन संघर्षों और बलिदानों की याद आती है जिनके कारण आज हम स्वतंत्र और शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित हैं।

कोई भी जाति और धर्म दबाव में आकर अपनी संस्कृति और धर्म न छोड़ें

सीएम योगी ने कहा कि सिख गुरुओं ने जिस बलिदान और त्याग की परंपरा की नींव रखी थी, उसे हमें आज भी जीवंत बनाए रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हिंदू और सिखों के बीच फूट डालने के प्रयास कभी भी होते रहेंगे, लेकिन हमें सतर्क रहना होगा और इन साजिशों को नाकाम करना होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देने के निर्णय का स्वागत किया। इस अवसर पर राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, विधान परिषद सदस्य सरदार हरि सिंह ढिल्लो, अल्पसंख्यक आयोग सदस्य सरदार परविंदर सिंह, महासचिव दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी सरदार जगदीप सिंह कहलो, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद आदि उपस्थित थे।

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