गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि जो उत्तर प्रदेश आठ वर्ष पहले तक दंगा प्रदेश के रूप में बदनाम था, गुंडों-माफिया (Mafia) से तबाह था, वही उत्तर प्रदेश आज कानून व्यवस्था का मानक पेश कर रहा है। दंगामुक्त और गुंडामुक्त उत्तर प्रदेश आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है।
पीएसी परिसर में 30 बेड के हॉस्पिटल के लोकार्पण समारोह
सीएम योगी गुरुवार को 26वीं वाहिनी पीएसी परिसर में 11 मंजिला बैरक टॉवर तथा 30 बेड के हॉस्पिटल के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज कोई भी बाहरी व्यक्ति कानून व्यवस्था के मामले में यूपी पर हंस नहीं सकता, अंगुली नहीं उठा सकता। यूपी का नौजवान आज कहीं भी जाता है तो सम्मान पाता है जबकि आठ वर्ष पहले यहां के नौजवान को यूपी के नाम पर एक कमरा तक नहीं मिलता था।
चुनौतियों से जूझ रही थी सबसे अधिक आबादी वाले राज्य की पुलिस
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सेना देश की वाह्य सुरक्षा का दायित्व संभालती है तो आंतरिक मामलों और कानून व्यवस्था के लिए सिविल पुलिस की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि देश की सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर की पुलिस, लगातार पुलिसकर्मियों की कमी और अवस्थापना सुविधाओं की चुनौतियों से जूझ रही थी।
आठ साल में 2.16 लाख पुलिस भर्ती
सीएम योगी ने अपनी सरकार के दौरान पारदर्शी पुलिस भर्ती प्रक्रिया की चर्चा करते हुए बताया कि आठ साल में 2 लाख 16 हजार भर्तियां यूपी पुलिस में की गई हैं। इसमें न सिफारिश की गुंजाइश थी और न ही भ्रष्टाचार की। इन भर्तियों में हाल ही में हुई दुनिया की सबसे बड़ी 60244 पुलिसकर्मियों की भर्ती भी शामिल है।
यूपी में कई गुना बढ़ गई पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण की क्षमता
मुख्यमंत्री ने कहा कि आठ साल पहले उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण की क्षमता केवल तीन हजार की थी। जबकि आज यह कई गुना बढ़ गई है। आज 60 हजार से अधिक प्रशिक्षु प्रदेश के 112 प्रशिक्षण केंद्रों पर एकसाथ प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
ट्रेनिंग में जितना पसीना बहेगा, फील्ड में उतना कम खून बहेगा
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने यूपी पुलिस के रिक्रूट्स को ट्रेनिंग की महत्ता समझाते हुए कहा कि ट्रेनिंग में जितना अधिक पसीना बहेगा, फील्ड में उतना कम खून बहाना पड़ेगा। इसलिए इस मंत्र का अनुसरण करते हुए ट्रेनिंग को पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता से करें। उन्होंने ट्रेनिंग के दौरान नए कानून, तकनीकी, साइबर क्राइम, डिजिटल अरेस्ट, मिशन शक्ति के आयामों से जुड़े गुर को तन्मयता से सीखने की नसीहत दी।
देश ही नहीं विदेश में भी है यूपी के लॉ एंड ऑर्डर की ख्याति: रविकिशन
पीएसी परिसर में आयोजित लोकार्पण समारोह में सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि पुलिस बल का लगातार मनोबल बढ़ाने और हर संसाधन देने के चलते योगी सरकार लॉ एंड ऑर्डर के लिए देश ही नहीं विदेश में भी जानी जाती है। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस में इतनी भर्तियां कभी नहीं हुईं जितनी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में हुईं हैं। सीएम योगी की ताकतवर सोच से ही उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बना है।
मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में पहली बार हो महिला बटालियन का गठन : एडीजी पीएसी
कार्यक्रम में एडीजी पीएसी डॉ रामकृष्ण स्वर्णकार ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए लोकार्पण की दोनों परियोजनाओं, बैरक टॉवर और हॉस्पिटल के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अन्य वाहिनियों में भी बहु मंजिला बैरक बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में यूपी में पहली बार महिला बटालियन का गठन और बटालियन भवन निर्माण किया जा रहा है।
पीएसी पुलिस की सैलरी कितनी होती है?
7वीं वेतन आयोग के अनुसार समग्र वेतन: ₹30,000 – ₹40,000 प्रति माह।
यूपी में कितनी पीएसी बटालियन हैं?
कुल बटालियनों की संख्या: 33 बटालियन।
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