विदेश मंत्री बोले- ट्रम्प ने ड्रग्स तस्करी के शक में नाव को उड़ाने का आदेश दिया
वाशिंगटन: अमेरिका ने वेनेजुएला की एक नाव पर हमला(US Attack) किया जिसमें 11 लोग मारे गए। इस हमले के पीछे ड्रग्स तस्करी मुख्य वजह बताई गई है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने खुलासा किया कि राष्ट्रपति ट्रम्प ने खुद इस नाव को नष्ट करने का आदेश दिया था।
रुबियो के अनुसार, यह नाव कोकीन और फेंटेनाइल जैसी खतरनाक ड्रग्स से भरी हुई थी, जो अमेरिका(America) के लिए एक सीधा खतरा थी। ट्रम्प ने भी दावा किया कि नाव पर ‘ट्रेन डे अरागुआ’ गिरोह के सदस्य सवार थे, जिसे अमेरिका एक आतंकवादी संगठन घोषित कर चुका है। उन्होंने कहा कि बड़ी मात्रा में ड्रग्स(Drugs) अमेरिका आ रहे थे और इस कार्रवाई का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि भविष्य में ऐसा दोबारा न हो।
हमले के बाद अमेरिकी अधिकारियों के विरोधाभासी बयान
इस हमले(US Attack) के बाद अमेरिकी अधिकारियों के बयानों में कई विरोधाभास देखने को मिले हैं। रुबियो ने पहले कहा था कि नाव त्रिनिदाद जा रही थी, जबकि ट्रम्प ने दावा किया कि वह अमेरिका की ओर बढ़ रही थी। इसके अलावा, अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट नहीं किया कि उन्होंने नाव को जब्त करने या चालक दल को हिरासत में लेने के बजाय उसे सीधा क्यों उड़ा दिया।
आमतौर पर, ड्रग्स से लदी नावों को रोककर उन पर मुकदमा चलाया जाता है, लेकिन यह कार्रवाई पूरी तरह से अलग थी। रक्षा अधिकारियों ने भी इस बात पर संदेह जताया कि क्या इतनी छोटी नाव में 11 लोग सवार हो सकते थे।
हमले की कानूनी वैधता पर सवाल
अमेरिकी सरकार की इस कार्रवाई पर कई कानूनी सवाल उठ रहे हैं। अमेरिकी संसद ने ‘ट्रेन डे अरागुआ’ या वेनेजुएला के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को मंजूरी नहीं दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि ड्रग्स तस्करी के संदेह में किसी देश द्वारा आत्मरक्षा के नाम पर ऐसा हमला(US Attack) करना पहले कभी नहीं देखा गया।
रुबियो ने दावा किया कि सरकार को ड्रग तस्करों के खिलाफ सैन्य बल इस्तेमाल करने का अधिकार है, लेकिन कानूनी जानकारों के मुताबिक यह सही नहीं है।
किसी संगठन को आतंकवादी घोषित करने से सरकार उसकी संपत्ति जब्त कर सकती है या वित्तीय प्रतिबंध लगा सकती है, लेकिन इससे युद्ध जैसी कार्रवाई का अधिकार नहीं मिलता। पेंटागन अब इस बात पर विचार कर रहा है कि अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में हुए इस हमले को किस कानूनी आधार पर सही ठहराया जाए।
अमेरिका ने वेनेजुएला की नाव पर हमला क्यों किया?
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और राष्ट्रपति ट्रम्प के अनुसार, यह हमला ड्रग्स तस्करी को रोकने के लिए किया गया था। उनका दावा था कि नाव में भारी मात्रा में ड्रग्स, जैसे कि कोकीन और फेंटेनाइल, भरे हुए थे और उस पर ‘ट्रेन डे अरागुआ’ नामक एक आतंकवादी गिरोह के सदस्य सवार थे। ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने इस नाव को उड़ाने का आदेश इसलिए दिया ताकि यह ड्रग्स अमेरिका न पहुंच पाए।
क्या यह हमला कानूनी रूप से सही था?
इस हमले की कानूनी वैधता पर सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञों और कानूनी जानकारों के अनुसार, किसी संगठन को आतंकवादी घोषित करने से सरकार को उस पर युद्ध जैसी सैन्य कार्रवाई करने का अधिकार नहीं मिलता। आमतौर पर ड्रग्स तस्करी की नावों को रोककर उनके चालक दल को हिरासत में लिया जाता है, लेकिन इस मामले में सीधा हमला किया गया। अमेरिकी संसद ने भी वेनेजुएला या ‘ट्रेन डे अरागुआ’ गिरोह के खिलाफ किसी भी सैन्य कार्रवाई को मंजूरी नहीं दी थी, जिससे इस कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं।
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