अमेरिका भारत के साथ एकजुटता से खड़ा है…
अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की और जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले में निर्दोष नागरिकों की दुखद क्षति के लिए अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। सचिव हेगसेथ ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ एकजुटता में खड़ा है और भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में अमेरिकी सरकार के मजबूत समर्थन को दोहराया।
राजनाथ : पाकिस्तान का आतंकवादी संगठनों को समर्थन करने का रहा है इतिहास
बातचीत के दौरान, रक्षा मंत्री ने अमेरिकी रक्षा सचिव को बताया कि पाकिस्तान का आतंकवादी संगठनों को समर्थन, प्रशिक्षण और वित्त पोषण करने का इतिहास रहा है। उन्होंने आगे कहा कि वैश्विक समुदाय के लिए आतंकवाद के ऐसे जघन्य कृत्यों की स्पष्ट और स्पष्ट रूप से निंदा करना और उन्हें उजागर करना महत्वपूर्ण है। इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से फोन पर अलग-अलग बातचीत की और दोनों देशों से किसी भी तनाव से बचने का आग्रह किया।
रुबियो ने आतंकवादी हमले में लोगों के मारे जाने पर जताया दुख
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के अनुसार, जयशंकर के साथ बुधवार रात को फोन पर हुई अपनी बातचीत में रुबियो ने पहलगाम में ‘‘भयावह’’ आतंकवादी हमले में लोगों के मारे जाने पर दुख व्यक्त किया और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ सहयोग को लेकर अमेरिका की प्रतिबद्धता जताई। अमेरिकी विदेश मंत्री ने शरीफ से इस हमले की जांच में इस्लामाबाद के सहयोग का आह्वान किया। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे।
राजनाथ : साजिश रचने वालों को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए
बातचीत के दौरान जयशंकर ने रुबियो से कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के दोषियों, उनका साथ देने वालों और इसकी साजिश रचने वालों को निश्चित रूप से न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए। विदेश मंत्री ने बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘कल अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ पहलगाम आतंकवादी हमले पर चर्चा की। इसके दोषियों, उनका सहयोग करने वालों और साजिश रचने वालों को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए।’’