अमेरिका कांग्रेस में एक नया बिल पेश किया गया है जो प्रोग्राम को अंतिम करने की मांग करता है। यदि यह बिल पास हो गया, तो 3 लाख से अधिक हिन्दुस्तानी छात्र असरित हो सकते हैं।
OPT STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित) फील्ड के छात्रों को अमेरिका में पढ़ाई के बाद 3 साल तक हितकर वर्क एक्सपीरियंस का मौका देता है।
भारतीय छात्रों के लिए भलाई
- OPT के ज़रिए छात्र अपनी पढ़ाई के बाद अमेरिका में काम पा सकते हैं।
- कई छात्र भारी एजुकेशन लोन चुकाने के लिए इसी क्रमादेश पर आश्रित हैं।
- 2023-24 में लगभग 97,556 हिन्दुस्तानी छात्र OPT के तहत अमेरिका में थे।
अमेरिका में OPT: नई चुनौती क्या है?
अगर यह बिल पास होता है, तो छात्रों को डिग्री के तुरंत बाद अमेरिका छोड़ना पड़ सकता है। इससे ना केवल करियर में अवरोध आएगी बल्कि आर्थिक स्थिरता भी विपत्ति में पड़ सकती है।

विकल्प: कनाडा और यूरोप की ओर देख रहे छात्र
बिल के चलते कई छात्र अब कनाडा, यूके और यूरोपीय देशों में जॉब की संभावनाएं तलाश रहे हैं। इन देशों में स्टूडेंट फ्रेंडली पॉलिसीज़ और वर्क मंजूरी की बेहतर सुविधाएं हैं।
H-1B वीजा और छात्रों की मुश्किलें
F-1 और M-1 वीजा धारक छात्र अब H-1B वीजा पाने की मेहनत में लगे हैं, लेकिन इसकी सीमित संख्या और कड़ी प्रतिस्पर्धा उन्हें और परेशान कर रही है।
छुट्टियों की योजना रद्द, डर और अनिश्चितता का माहौल
कॉर्नेल, येल, कोलंबिया जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों ने विदेशी छात्रों को छुट्टियों के दौरान घर न जाने की सलाह दी है। कई छात्रों ने अपनी ग्रीष्मकालीन यात्रा रद्द कर दी है क्योंकि उन्हें डर है कि वे वापस अमेरिका में एंट्री नहीं पा सकेंगे।
निष्कर्ष: क्या अमेरिका खो रहा है अंतरराष्ट्रीय प्रतिभाएं?
इस बिल के प्रभाव से न सिर्फ़ छात्र प्रभावित होंगे बल्कि अमेरिका के विश्वविद्यालयों और STEM सेक्टर में काम करने वाली संगठन को भी कौशल की अल्पता का सामना करना पड़ सकता है।
इंडिया जैसे देशों के लिए यह एक अवसर हो सकता है कि वे प्रतिभाओं को वापस देश में रोजगार देने के तरकीब करें।