अमेरिकी सीनेटर कोरी बुकर ने 25 घंटे से अधिक लंबा भाषण देकर दुनिया भर में सुर्खियां बटोरी हैं. वाशिंगटन डी.सी. में जन्मे बुकर ने येल और स्टैनफोर्ड से शिक्षा प्राप्त की और न्यूयॉर्क के मेयर के रूप में भी काम किया.
वाशिंगटन अमेरिका में डेमोक्रेटिक सीनेटर कोरी बुकर अपने भाषण के कारण पूरी दुनिया भर में चर्चा में बने हुए हैं. उनका ये भाषण कोई आम भाषण नहीं था न ही कुछ मिनट का था बल्कि पूरे 25 घंटों से भी ज्यादा का था. यही कारण है कि उन्होंने इस भाषण के जरिए 68 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. ऐसे में लोग उनके बारे में जानना चाहते हैं कि आखिर कौन हैं और क्या काम करते है. तो आइये हम उनके बारे में आपको विस्तार से बता रहे हैं.
कौन हैं सीनेटर कोरी बुकर?
55 साल के बुकर का का जन्म वाशिंगटन, डी.सी. में हुआ था और जब वे छोटे थे, तब वे उत्तरी न्यू जर्सी चले गए थे. वे एक अश्वेत परिवार से आते हैं. उन्होंने बताया कि वे बचपन में उस इलाके में रहा करते थे जहां मुख्य रूप से श्वेत लोगों के पड़ोस में था. उन्होंने एक बार बताया था कि उनके माता-पिता को घर खरीदने में विरोध का सामना करना पड़ा था. क्योंकि वे अश्वेत हैं. उन्होंने येल लॉ स्कूल से अपनी स्कूलिंग और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कॉलेज कंप्लीट किया है.
बुकर ने अपने कॉलेज के दौरान गैर-लाभकारी संस्थाओं में वकील के रूप में काम किया, जहां वे गरीब परिवारों को कानूनी सहायता देते थे. कोरी बुकर अमेरिका के सबसे बड़े शहर न्यूयॉर्क के मेयर भी रहे हैं. बुकर ने यहां 2013 तक काम किया. इस दौरान उन्होंने शहर के लिए कई बड़े काम किए.
मार्क जुकरबर्ग की मदद ने दी पहचान
कोरी बुकर जिस समय न्यूयॉर्क के मेयर थे, उस समय फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने शहर के पब्लिक स्कूलों को 100 मिलियन डॉलर का दान दिया था. ऐसा कहा जाता है कि वो एक वरदान था जिसने उस समय डेमोक्रेटिक उभरते सितारे के रूप में उनकी पहचान बनाई.
2013 में, वे मौजूदा फ्रैंक लॉटेनबर्ग की मौत के बाद यू.एस. सीनेट के लिए हुए एक विशेष चुनाव में वे चुने गए थे. इसके बाद उन्होंने 2014 में अपना पहला पूर्णकालिक कार्यकाल जीता और 2020 में फिर से चुने गए.
कांग्रेस में रहते हुए बुकर ने क्या किया?
बुकर ने कांग्रेस में रहते हुए संघीय सजा कानूनों को सुधारने के लिए 2018 में द्विदलीय उपाय में भूमिका निभाई थी, जिसे कुछ अश्वेत मंत्रियों, नेताओं और सांसदों ने ट्रम्प के साथ गठबंधन करने के बाद पारित किया था, जिन्हें कुछ लोगों ने पिछले दो वर्षों से नस्लवादी के रूप में निंदा की थी. सुधारों का उद्देश्य सैकड़ों अश्वेत और लातीनी कैदियों के लिए स्वतंत्रता का मार्ग बनाना था.