हाथी की मूर्ति न सिर्फ सजावट का हिस्सा होती है, बल्कि वास्तु शास्त्र और हिंदू मान्यताएं में इसे ताकत, खुशकिस्मती और धनात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना गया है। भगवान गणेश और बुद्ध से इसका गहरा संबंध है, इसलिए यह मूर्ति पवित्र और मानसिक शांति भी देती है।
हाथी की मूर्ति रखने की सही तरफ
उत्तर तरफ:
चांदी का हाथी या सूंड ऊपर वाला हाथी उत्तर दिशा में गृह के केंद्र की ओर मुंह करके रखें। यह समृद्धि और धनात्मक ऊर्जा को मोहित करता है।
दक्षिण तरफ:
लाल रंग का हाथी दक्षिण दिशा में रखने से प्रतिष्ठाऔर कार्य में कामयाबी मिलती है। विशेष रूप से व्यवसाय में उन्नति चाहते हैं तो यह स्थान उत्तम है।
पूर्व तरफ:
हरे रंग का हाथी पूर्व दिशा में रखने से शक्ति, जोश और ताजगी का संचार होता है। यह गृह के सदस्यों को शक्तिशाली बनाता है।

पश्चिम तरफ:
सफेद हाथी को गृह के प्रवेश द्वार के पास पश्चिम दिशा में रखें। यह सुरक्षा और खुशकिस्मती को गृह में निमंत्रित करता है।
उत्तर-पूर्व :
यहाँ काले हाथी को रखने से धन, कामयाबी और स्थायित्व में इजाफा होती है। ऑफिस के लिए यह तरफ सबसे उत्तम मानी जाती है।
हाथी की मूर्ति के प्रकार और उनके फायदा
पीतल का हाथी:
पीतल की मूर्ति को निवास के मुख्य हॉल या पूजा स्थान पर रखा जा सकता है। यह सामंजस्य और धनात्मक माहौल मुस्तैद करता है।

सूंड ऊपर या नीचे?
- ऊपर की ओर सूंड: उत्साह, समृद्धि और खुशियों का प्रतीक। इसे मुख्य द्वार के पास रखें।
- नीचे की ओर सूंड: स्थिरता, दीर्घायु और शांति का प्रतीक। इसे उत्तर या पूर्व दिशा में रखें।
हाथी का जोड़ा: रिश्तों को बनाए मजबूत
यदि आप अपने वैवाहिक जीवन में प्रेम और संबंधों को दृढ़ बनाना चाहते हैं तो बेडरूम में हाथी के जोड़े की मूर्ति रखें। यह रोमांस और समझ को बढ़ावा देता है।