तेलंगाना के गांधी भवन में रणनीतिक बैठकें
हैदराबाद। एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने पार्टी मामलों की समीक्षा और तेलंगाना कांग्रेस में उभरती चिंताओं को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री ए . रेवंत रेड्डी और एआईसीसी तेलंगाना प्रभारी मीनाक्षी नटराजन के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। गांधी भवन में टीपीसीसी की राजनीतिक मामलों की समिति, सलाहकार समिति और अन्य समितियों सहित कई रणनीतिक बैठकें होने वाली हैं। इसमें एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) भी भाग ले रहे हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री और राज्य प्रभारी के साथ वेणुगोपाल की बंद कमरे में हुई बैठक ने पार्टी हलकों में अटकलों को हवा दे दी है।
बैठक के दौरान विवादास्पद मुद्दे पर हुई चर्चा
स्थानीय निकाय चुनाव नजदीक आने के साथ ही पिछड़ी जातियों को 42% आरक्षण देने का कांग्रेस पार्टी का वादा सवालों के घेरे में आ गया है। सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान इस विवादास्पद मुद्दे पर भी चर्चा हुई। हालांकि बीआरएस विधायक मगंती गोपीनाथ के हाल ही में निधन के बाद जुबली हिल्स उपचुनाव पर अभी तक कोई आधिकारिक अधिसूचना नहीं आई है, लेकिन कई उम्मीदवार कांग्रेस टिकट के लिए सक्रिय रूप से पैरवी कर रहे हैं। पार्टी नेताओं ने कहा कि बैठक में प्रस्तावित जाति जनगणना और पिछड़ा वर्ग आरक्षण पर ध्यान केंद्रित किया गया, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया कि पार्टी के आंतरिक मुद्दों पर भी चर्चा की गई।

बढ़ती आंतरिक चुनौतियों का सामना कर रही कांग्रेस
तेलंगाना कांग्रेस बढ़ती आंतरिक चुनौतियों का सामना कर रही है, जिसमें विधायकों और निर्वाचन क्षेत्र के नेताओं द्वारा मंत्रियों के खिलाफ शिकायतें, भ्रष्टाचार के आरोप, कैबिनेट पदों को लेकर कुछ विधायकों में असंतोष और मनोनीत पदों को भरने में देरी शामिल है। वरिष्ठ नेताओं और कोंडा परिवार से जुड़े वारंगल कांग्रेस विवाद ने भी हाईकमान का ध्यान खींचा है। राज्य नेतृत्व ने पहले ही पूर्ववर्ती वारंगल जिले से संबंधित कुछ विधायकों से स्पष्टीकरण मांगने के लिए नोटिस जारी कर दिया है।
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