Weather अलर्ट के बीच खुले केदारनाथ धाम के कपाट
उत्तराखंड के प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट Weather अलर्ट के बीच भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं। इस बार यात्रा शुरू होने से पहले ही मौसम विभाग ने Weather को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। ऐसे में श्रद्धालुओं के लिए कुछ जरूरी सावधानियां बरतना बेहद जरूरी है।
Weather अलर्ट: दर्शन से पहले जानें जरूरी बातें
मौसम विभाग ने केदारनाथ धाम और आसपास के क्षेत्रों के लिए Weather अलर्ट जारी किया है। इसके अनुसार:
- बारिश और हल्की बर्फबारी की संभावना
- पहाड़ों में फिसलन और भूस्खलन की चेतावनी
- तापमान में गिरावट की संभावना
- तेज हवाएं चलने की आशंका
इन स्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले Weather रिपोर्ट जरूर देखें।

Weather के अनुसार कैसी रहेगी यात्रा?
केदारनाथ धाम की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को मौसम के अनुसार तैयारी करनी चाहिए:
- गरम कपड़े और रेनकोट साथ रखें
- ट्रैकिंग शूज पहनें ताकि फिसलन से बचा जा सके
- मौसम खराब होने पर यात्रा टालने की सलाह
- स्वास्थ्य से जुड़ी दवाएं अवश्य साथ रखें
- प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें
इस साल कपाट खुलने के साथ ही हजारों भक्त दर्शन के लिए पहुंचे, लेकिन मौसम ने कई बार उनकी परीक्षा ली।
मौसम से जुड़ी प्रशासन की तैयारियां
प्रशासन ने मौसम को देखते हुए विशेष इंतजाम किए हैं:
- मेडिकल कैंप स्थापित
- आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी
- सुरक्षा बलों की तैनाती
- भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में निगरानी
- पैदल यात्रियों के लिए रेस्ट प्वाइंट
यात्रियों को सलाह दी गई है कि यात्रा के दौरान किसी भी तरह की सूचना के लिए प्रशासन के संपर्क में रहें।

Weather अलर्ट के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह
मौसम अलर्ट के बावजूद भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ। कपाट खुलते ही “हर हर महादेव” के जयकारों से पूरा इलाका गूंज उठा। श्रद्धालु सुबह से ही लंबी कतारों में खड़े होकर दर्शन का इंतजार कर रहे थे।
- पहले दिन हजारों भक्तों ने दर्शन किए
- मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया
- शिवलिंग पर विशेष पूजा अर्चना की गई
भक्तों ने कहा कि मौसम चाहे जैसा भी हो, उनकी श्रद्धा अडिग रहेगी।
मौसम अपडेट लेते रहें और सुरक्षित रहें
केदारनाथ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के लिए यह जरूरी है कि वे लगातार Weather अपडेट लेते रहें। प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपातकाल में नजदीकी सहायता केंद्र से संपर्क करें।