Latest Hindi News : बारिश बनी आफत : बिहार में 10 की मौत, कई जिलों में रेड अलर्ट घोषित

By Anuj Kumar | Updated: October 5, 2025 • 11:04 AM

पटना। बिहार में मॉनसून इन दिनों अपने विकराल रूप (Severe Monsoon) में है। शनिवार को हुई तेज बारिश, आंधी और वज्रपात (Lightning Strikes) ने राज्य के कई हिस्सों में भारी तबाही मचा दी।
कई जिलों में घर जलमग्न हो गए, सैकड़ों लोग बेघर हो गए और 10 लोगों की मौत हो गई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि रविवार को भी हालात गंभीर बने रह सकते हैं।

शिवहर में स्कूल बंद, प्रशासन ने जारी किया आदेश

शिवहर अनुमंडल में मूसलाधार बारिश और जलजमाव (Waterlogging) की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। एसडीएम अविनाश कुनाल ने सुरक्षा कारणों से 4 और 5 अक्टूबर को सभी सरकारी और निजी स्कूल (नर्सरी से 12वीं तक) बंद रखने का आदेश दिया है।
यह आदेश Bihar Civil Protection Code की धारा 163 के तहत जारी किया गया है ताकि बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और मौसम सामान्य होने तक सतर्क रहें।

आज फिर से कई जिलों में मचेगा बारिश का तांडव

आईएमडी के ताज़ा पूर्वानुमान के अनुसार, रविवार को मधुबनी, सुपौल और अररिया में अत्यधिक भारी बारिश (Extremely Heavy Rainfall) की आशंका जताई गई है, जिसके चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा और मधेपुरा में बहुत भारी बारिश (Very Heavy Rain) और कटिहार, दरभंगा, समस्तीपुर व खगड़िया में भारी वर्षा (Heavy Rainfall) का अलर्ट जारी है।
बाकी जिलों में मध्यम बारिश (Moderate Rain) की संभावना बनी हुई है।

ब मिलेगी राहत?

मौसम विभाग के अनुसार, यह भारी वर्षा का दौर (Rainy Spell) 6 अक्टूबर तक जारी रह सकता है। इसके बाद धीरे-धीरे बारिश में कमी आने की संभावना है।
संभावना है कि मॉनसून की वापसी (Monsoon Withdrawal) 9 से 10 अक्टूबर के बीच शुरू हो जाएगी।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह सीजन की आखिरी बड़ी बारिश हो सकती है।

तापमान और नमी में असामान्यता

लगातार बारिश के चलते बिहार के कई जिलों में दिन में ही अंधेरा (Dark Clouds) छा गया।
पटना में दिन और रात के तापमान में सिर्फ 2 डिग्री सेल्सियस का अंतर दर्ज किया गया, जबकि मुजफ्फरपुर, दरभंगा और मोतिहारी में यह फर्क केवल 1 डिग्री सेल्सियस रहा।
विशेषज्ञों के मुताबिक, यह स्थिति अत्यधिक नमी (High Humidity) और कम धूप (Low Sunshine) के कारण बनी है।

वज्रपात से 10 की मौत, कई घायल

आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Department) की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को वज्रपात और आंधी-तूफान की घटनाओं में 10 लोगों की मौत और 13 लोग घायल हुए हैं।
आंधी-तूफान से वैशाली, रोहतास और मुजफ्फरपुर में 1-1 व्यक्ति की जान गई।
वहीं पश्चिम चंपारण में 2, भोजपुर में 1, जहानाबाद में 1, किशनगंज में 1 और अरवल में 2 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये का अनुग्रह अनुदान (Ex-Gratia Relief) देने का आदेश जारी किया है।

प्रशासन की अपील, सतर्क रहें, घरों में रहें

राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वज्रपात अलर्ट (Thunderstorm Warning) के दौरान खुले मैदान, पेड़ों या बिजली के खंभों के पास न जाएं।
बारिश के समय मोबाइल फोन या टीवी का उपयोग न करें, क्योंकि बिजली गिरने से जोखिम बढ़ सकता है। अधिकारियों ने कहा है कि सावधानी और Lightning Safety Tips का पालन कर कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।

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