नई दिल्ली। महाराष्ट्र में भारी बारिश (Heavy Rain) ने पिछले 24 घंटों के भीतर जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य में अलग-अलग जगहों पर बारिश से जुड़ी घटनाओं में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11,800 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, सबसे अधिक नुकसान नासिक (Nasik) धाराशिव और मराठवाड़ा क्षेत्र में हुआ है।
अलग-अलग जिलों में जानमाल का नुकसान
नासिक जिले में चार लोगों की जान गई, जिनमें से तीन की मौत मकान गिरने से हुई। धाराशिव और अहिल्यानगर में दो-दो, जबकि जालना और यवतमाल में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।
गोदावरी नदी पर खतरा
मराठवाड़ा क्षेत्र में गोदावरी नदी पर बने जायकवाड़ी बांध का जलस्तर बढ़ने के कारण इसके सभी द्वार खोलने पड़े हैं। जिले के हरसूल क्षेत्र में बीते 24 घंटों में 196 मिमी बारिश दर्ज की गई। बीड, नांदेड़ और परभणी सहित अन्य जिलों में भी भारी वर्षा जारी है। नासिक में हालात गंभीर हैं और मौसम विभाग ने सोमवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
सीएम फडणवीस ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnawis) ने रविवार को बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों को राहत-बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए। इस समीक्षा बैठक में मराठवाड़ा और विदर्भ के कई जिलों के कलेक्टर शामिल हुए। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी हालात का जायजा लिया और प्रभावित इलाकों में निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए।
मुंबई और आसपास का हाल
मुंबई में शनिवार रात से लगातार बारिश हो रही है। बीएमसी के मुताबिक, रविवार सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच कई इलाकों में 50 मिमी से ज्यादा वर्षा दर्ज की गई। ठाणे और पालघर में भी पिछले 24 घंटों में तेज बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
महाराष्ट्र में किस प्रकार की वर्षा होती है?
सह्याद्रि पर्वतमाला या पश्चिमी घाट में पर्वतीय प्रकार की वर्षा होती है। पर्वतीय वर्षा संतृप्त वायुराशि का परिणाम है जो पर्वतों द्वारा उत्पन्न प्रतिरोध के कारण ऊपर की ओर गति करती है। इसके परिणामस्वरूप तापमान में कमी आती है और फिर नमी का संघनन होता है।
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