अधिकारियों के लिए जारी की महत्वपूर्ण चेतावनी
हैदराबाद: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने न केवल तेलंगाना बल्कि पूरे देश के सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है, जिसमें चिकनगुनिया (Chikungunya) के वैश्विक पुनरुत्थान को स्वीकार किया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी सलाह में कहा, ‘मार्च में हिंद महासागर के द्वीपों में चिकनगुनिया के बढ़ते मामलों के साथ, दुनिया भर में चिकनगुनिया का प्रकोप फिर से बढ़ रहा है। ला रियूनियन, मायोट और मॉरीशस में चिकनगुनिया के बड़े प्रकोप की सूचना मिली है। ये प्रकोप दक्षिण और पूर्वी एशिया के देशों में भी फैल गए हैं।‘
बड़ी संख्या में हो सकते हैं चिकनगुनिया के मामले
विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी इस बात का भी संकेत दे सकती है कि चालू मानसून के मौसम में चिकनगुनिया के मामले बड़ी संख्या में हो सकते हैं, जैसा कि पिछले साल देखा गया था। चीन में इसके बड़े प्रकोप की हालिया खबरें भी चिंता का विषय हैं। चिकनगुनिया के फिर से उभरने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी पिछले साल से तेलंगाना में देखी गई मामलों में वृद्धि को दर्शाती है। पहले, तेलंगाना में डेंगू और मलेरिया दो प्रमुख वेक्टर जनित बीमारियाँ थीं। हालाँकि, पिछले साल से चिकनगुनिया के मामले बड़ी संख्या में सामने आने लगे हैं।
स्थानीय परिस्थितियों पर निर्भर करता है संक्रमण
चिकनगुनिया का संक्रमण पूरी तरह से स्थानीय परिस्थितियों पर निर्भर करता है, लेकिन हम चीन में मौजूदा प्रकोप से सीख सकते हैं। एक वरिष्ठ जन स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि हालाँकि हमें पिछले साल जैसी संख्या की उम्मीद नहीं है, फिर भी तेलंगाना में चिकनगुनिया के मामले सामने आएंगे। अधिकारी ने कहा, ‘हमने ऐसे मामले देखने शुरू कर दिए हैं; हालांकि उनमें से अधिकांश की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ रही है, लेकिन उनमें चिकनगुनिया के समान लक्षण दिख रहे हैं।’

तेलंगाना में हिंदुओं की आबादी कितनी है?
2011 की जनगणना के अनुसार तेलंगाना में लगभग 85% आबादी हिंदू है। यह राज्य के कुल धार्मिक जनसंख्या में सबसे बड़ा समूह है। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में हिंदू धर्म का प्रभाव देखा जाता है, और यहां अनेक मंदिर और धार्मिक स्थल मौजूद हैं।
तेलंगाना का पुराना नाम क्या था?
पुराना नाम हैदराबाद राज्य का हिस्सा था। 1956 में इसे आंध्र प्रदेश में मिला दिया गया, और लंबे अलगाव आंदोलन के बाद 2 जून 2014 को यह पुनः स्वतंत्र राज्य बना। ऐतिहासिक रूप से इसे “तेलंगणा क्षेत्र” कहा जाता था।
तेलंगाना का मुख्य धर्म कौन सा है?
मुख्य धर्म हिंदू धर्म है, जिसे राज्य की अधिकांश आबादी मानती है। इसके अलावा मुस्लिम, ईसाई और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय भी यहां रहते हैं। हिंदू त्योहार जैसे दशहरा, संक्रांति और बोनालु यहां बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं।
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