परिवार और पुलिस दोनों हैरान
Odisha : एक दिल दहला देने वाली घटना में 12 साल (12 years ) के एक लड़के ने अपने ही छोटे भाई की बेरहमी से हत्या (Murder) कर दी, जिससे परिवार और पुलिस दोनों हैरान हैं।
हत्या के बाद शव को दो बार दफनाया
हत्या के बाद आरोपी बच्चे ने शव को पहले एक जगह दफनाया और फिर डर के कारण उसे निकालकर दूसरी जगह दफन कर दिया।
Odisha : ओडिशा के बोलांगीर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक नाबालिग लड़के पर अपने ही छोटे भाई की हत्या का आरोप लगा है। यह मामला टिटलागढ़ का है, जिसने पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना दिया है।
यह पूरा मामला तब सामने आया, जब 12 साल का नारायण अचानक अपने घर से लापता हो गया। उसकी मां ने 28 जून को पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद नॉर्दर्न रेंज के आईजी के निर्देश पर एक स्पेशल टीम का गठन किया गया, जिसने बोलांगीर, कालाहांडी, नुआपाड़ा और रायपुर जैसे कई जिलों में नारायण की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला।
कुछ समय बाद मां को अपने बड़े बेटे पर शक हुआ। उसने यह बात पुलिस को बताई। जांच के दौरान बड़े बेटे को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और पुलिस के सामने चौंकाने वाला खुलासा हुआ। आरोपी ने कबूल किया कि उसने ही अपने छोटे भाई की हत्या की है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि हत्या के बाद उसने पहले शव को घर के पीछे दफनाया था। बाद में उसने शव को वहां से निकालकर लगभग 300-400 मीटर दूर एक दूसरी जगह दफना दिया।
छोटे भाई को पसंद नहीं करता था
Odisha : पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर भूपेश ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। बलांगिर एसपी ने बताया कि बड़े भाई को छोटा भाई पसंद नहीं था। पहले से ही घर में आपसी विवाद होते रहते थे। बड़े भाई को छोटे भाई से जलन थी। उसका मानना था कि छोटे भाई के जन्म के बाद मां-बाप का प्यार उसके लिए कम हो गया है। घटना वाले दिन दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। इसी गुस्से में बड़े भाई ने रसोई में रखे करीब 6 इंच लंबे चाकू से छोटे भाई की हत्या कर दी।
भाई के शव को दो बार दफनाया
भूपेश ने पुलिस को बताया कि हत्या के बाद उसने नारायण के शव को पहले घर के पीछे दफनाया था। जब परिजन सो गए तो उसने रात करीब 1 बजे मां की साड़ी की मदद से शव को निकालकर घर से लगभग 300 मीटर दूर एक दूसरी जगह पर दफना दिया।
पुलिस ने बरामद किए शव
बलांगिर एसपी ने बताया, “आज हमारी पुलिस टीम, मेडिकल टीम, मजिस्ट्रेट टीम और साइंटिफिक टीम की मौजूदगी में क्राइम सीन को रीक्रिएट किया गया। घटनास्थल पर आरोपी ने हमें वो धारदार हथियार सौंप दिया है। आरोपी ने दफनाने के लिए इस्तेमाल हुए हथियार और साड़ी को भी हमें सौंप दिया है। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में दफनाए हुए लाश को भी हमने बाहर निकाल लिया है। हमने लाश का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आरोपी भूपेश को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश कर दिया है।” फिलहाल, पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है।
बलांगीर ओडिशा का इतिहास क्या है?
इसके बाद, 1 नवंबर 1949 को पटना और सोनपुर राज्यों को अलग कर दिया गया और उन्हें मिलाकर बलांगीर नामक एक नया ज़िला बनाया गया, जिसमें बलांगीर, पटनागढ़, टिटिलागढ़ और सोनपुर नामक चार उप-विभाग थे। बाद में, सोनपुर उप-विभाग का विभाजन करके बिरमहाराजपुर उप-विभाग बनाया गया।
बलांगीर का दूसरा नाम क्या है?
बलांगीर, जिसे बोलनगीर के नाम से भी जाना जाता है, एक शहर और नगर पालिका है, जो भारत के ओडिशा राज्य में बलांगीर जिले का मुख्यालय है।