शेयर बाजार ने कंपनी की ओर से बताए गए वित्तीय आंकड़ों पर नकारात्मक प्रतिक्रिया दी. जबकि आंकड़े आम तौर पर मजबूत थे, हालांकि बाजार की पहले से तय की गई उच्च उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे।
बजाज फाइनेंस
बजाज फाइनेंस के शेयर में बुधवार को शुरुआती कारोबार के दौरान तेजी के साथ गिरावट देखने को मिली है. ये हाल तब हुआ जब कंपनी ने कहा कि मार्च में खत्म हुए तिमाही में उसकी शानदार कमाई हुई. हालांकि, बाजार के अनुमान से कम हुई है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर 5.2 प्रतिशत की गिरावट के साथ बजाज फाइनेंस का शेयर लुढ़ककर 8,608.45 पर सुबह 10.18 बजे कारोबार कर रहा था।
शेयर बाजार ने कंपनी की ओर से बताए गए वित्तीय आंकड़ों पर नकारात्मक प्रतिक्रिया दी. जबकि आंकड़े आम तौर पर मजबूत थे, हालांकि बाजार की पहले से तय की गई उच्च उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे. वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में, बजाज फाइनेंस ने शुद्ध लाभ में 19% की साल-दर-साल वृद्धि दर्ज की, जो 4,546 करोड़ रुपये रही, जो शुद्ध ब्याज आय में 22% का इजाफा हुआ और ये बढ़कर 9,807 करोड़ रुपये हो गई।
नतीजे बाद गिरे शेयर के भाव
इसी अवधि के दौरान कंपनी की कुल आय में करीब 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और ये बढ़कर 11,917 करोड़ रुपये हो गई. कंपनी की समेकित संपत्ति प्रबंधन [consolidated Assets] के तहत 26% बढ़कर 4.16 लाख करोड़ रुपये हो गई, जबकि तिमाही के दौरान दिए गए नए ऋण 36% बढ़कर 10.7 मिलियन हो गए।
इन सबके बावजूद दलाल स्ट्रीट पर बजाज फाइनेंस के शेयर निवेशकों को नहीं लुभा पाए. पिछले साल के मुकाबले उच्च ऋण नुकसान प्रावधान 2,329 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 1,310 करोड रुपये था, जिसकी वजह से निवेशकों में इसको लेकर निराश हुई।
हालांकि, ब्रोकरेज फर्म एचएसबीसी ने बजाज फाइनेंस पर Buy रेटिंग को बरकरार रखते हुए इसका प्राइस टारगेट दस हजार आठ सौ रुपये प्रति शेयर रखा है. एचएसबीसी का मानना है कि एनबीएफसी सेटमेंट में आईसीआईसीआई बैंक के बाद सबसे मजबूत अर्निंग क्वालिटी Bajaj Finance की ही है. फाइनेंशियल ईंदर 2025 से लेकर 2028 तक ब्रोकरेज फर्म ने बजाज फाइनेंस के ईपीएस ग्रोथ में 25 प्रतिशत सीएजीआर रहने का अनुमान लगाया है।