Factory Blast सीवेज टैंक फटा, 20 लोग घायल
देर रात फैक्ट्री में हुआ जोरदार विस्फोट
बीती रात एक फैक्ट्री के सीवेज टैंक में हुए जोरदार Factory Blast ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। यह घटना औद्योगिक क्षेत्र में करीब रात 1 बजे हुई, जब अचानक एक पुराने और जर्जर सीवेज टैंक में गैस भराव के कारण जबरदस्त धमाका हो गया।
20 लोग घायल, कई की हालत गंभीर
Factory Blast के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, धमाके में कम से कम 20 लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को नजदीकी सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

Factory Blast के कारण घरों में घुसा सीवेज का पानी
विस्फोट इतना जबरदस्त था कि फैक्ट्री की बाहरी दीवारें भी टूट गईं और सीवेज का गंदा पानी आसपास के घरों में घुस गया। इससे स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बच्चों और बुजुर्गों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड, NDRF और नगर निगम की टीमें मौके पर पहुंचीं और तुरंत राहत कार्य शुरू किया गया। Factory Blast की गंभीरता को देखते हुए इलाके को सील कर दिया गया है।
प्रशासन ने बताया:
- फैक्ट्री के मालिक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
- इलाके की सफाई और जलनिकासी के लिए विशेष टीम लगाई गई है।
- प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी आश्रय की व्यवस्था की गई है।
Factory Blast क्या थी वजह?
प्रारंभिक जांच के अनुसार, सीवेज टैंक में मेथेन और अन्य ज्वलनशील गैसों का अत्यधिक जमाव हुआ था, जिसके कारण यह विस्फोट हुआ। फैक्ट्री में लंबे समय से मेंटेनेंस नहीं किया गया था और सेफ्टी गाइडलाइंस का पालन नहीं किया गया था।

स्थानीय लोग बोले – पहले भी मिल चुके थे संकेत
स्थानीय निवासियों ने बताया कि इससे पहले भी कई बार गैस लीक की शिकायतें फैक्ट्री प्रबंधन से की गई थीं,
लेकिन हर बार मामले को टाल दिया गया।
लोगों का कहना है कि यदि समय पर कार्रवाई की जाती तो यह Factory Blast रोका जा सकता था।
यह Factory Blast एक बार फिर औद्योगिक सुरक्षा की खामियों को उजागर करता है।
ऐसी घटनाएं न केवल जान-माल की हानि करती हैं,
बल्कि पूरे शहर के पर्यावरण और स्वास्थ्य पर भी असर डालती हैं।
प्रशासन को चाहिए कि वे ऐसी फैक्ट्रियों पर सख्त निगरानी रखें और सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन कराएं।