Israeli दूतावास पर हमला, अमेरिका में दो कर्मियों की हत्या इजरायली दूतावास के बाहर हिंसक वारदात
अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में स्थित Israeli दूतावास के पास मंगलवार रात को एक बड़ा हमला हुआ। इस हमले में इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना उस वक्त हुई जब दोनों कर्मचारी कैपिटल ज्यूइश म्यूजियम से बाहर निकल रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावर ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी और ‘Free Palestine’ के नारे लगाता रहा।

संदिग्ध की पहचान और Israeli पक्ष की प्रतिक्रिया
पुलिस ने 30 वर्षीय एलियास रोड्रिगेज को गिरफ्तार किया है, जो शिकागो का निवासी है। जांच में सामने आया है कि उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था, लेकिन हमले के दौरान उसका व्यवहार कट्टरपंथी था।
Israeli राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग ने इस हमले को ‘यहूदी विरोधी आतंकवाद’ करार देते हुए कहा कि यह सिर्फ इजरायल नहीं, बल्कि वैश्विक यहूदी समुदाय पर हमला है।
अमेरिकी प्रशासन की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस घटना की निंदा करते हुए Israeli नागरिकों के प्रति समर्थन जताया और कहा कि इस प्रकार की हिंसा को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वॉशिंगटन डीसी पुलिस और एफबीआई ने जांच शुरू कर दी है और घटना स्थल की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
सुरक्षा चिंताओं में इज़ाफा
इस घटना ने अमेरिका में यहूदी संस्थानों और इजरायली दूतावासों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। कैपिटल ज्यूइश म्यूजियम ने हाल ही में सुरक्षा के लिए विशेष फंड प्राप्त किया था, लेकिन इस हमले ने स्पष्ट किया कि खतरा अभी भी बरकरार है।
वैश्विक प्रभाव और Israeli कूटनीति
इस हमले से न केवल अमेरिकी-इजरायली संबंधों पर असर पड़ सकता है,
बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी Israeli राजनयिक मिशनों की सुरक्षा पर सवाल उठे हैं।
कई देशों ने Israeli राजनयिकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर चिंता जताई है।

मुख्य बातें:
- Israeli दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या
- संदिग्ध ने ‘Free Palestine’ के नारे लगाए
- अमेरिका और इजरायली दोनों देशों की तीखी प्रतिक्रिया
- सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की मांग