तूमकुरु, 31 मई 2025: कर्नाटक के तूमकुरु जिले में हेमावती एक्सप्रेस लिंक नहर परियोजना के खिलाफ किसानों ने शनिवार को राज्य सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। इस परियोजना के तहत हेमावती नदी का पानी मगदी और रामनगर जिलों में भेजा जाना प्रस्तावित है, जिसका स्थानीय किसानों ने तीव्र विरोध किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह परियोजना उनकी कृषि भूमि और पानी के अधिकारों को प्रभावित करेगी।
कर्नाटक राज्य रायथा संघ (KRRS) के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने गब्बी और कुनिगल क्षेत्रों में सड़कों पर उतरकर नारेबाजी की और रास्ता जाम कर दिया। प्रदर्शन के दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जिसके बाद पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
तूमकुरु प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू कर दी। स्थानीय विधायक सुरेश गौड़ा ने इसे “रैतों के लिए मृत्यु वारंट” करार देते हुए सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया।
दूसरी ओर, उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के करीबी विधायक एच.सी. बालकृष्ण ने कहा कि सरकार मगदी और रामनगर के लिए पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने दावा किया कि यह परियोजना क्षेत्र में सूखे की समस्या को हल करेगी।
हालांकि, किसानों का कहना है कि इससे तूमकुरु और आसपास के क्षेत्रों में सिंचाई के लिए पानी की कमी हो जाएगी, जिससे उनकी फसलें प्रभावित होंगी।
कर्नाटक राज्य रायथा संघ के अध्यक्ष बदगलपुरा नागेंद्र ने सरकार से मांग की है कि परियोजना पर तुरंत रोक लगाई जाए और किसानों के साथ विचार-विमर्श किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है, और अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। यह मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है, जिसमें विपक्षी दल सरकार पर किसान विरोधी नीतियों का आरोप लगा रहे हैं।