Trump का फैसला: कैलिफोर्निया की सड़कों पर उतरे 700 मरीन जवान ट्रम्प के आदेश पर एक्शन में आई अमेरिकी मिलिट्री
Trump के एक अहम फैसले ने अमेरिका की राजनीति और कानून व्यवस्था में हलचल मचा दी है। हाल ही में कैलिफोर्निया में लगातार बढ़ती अव्यवस्था और प्रदर्शन को देखते हुए, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump के आदेश पर 700 मरीन जवानों को तैनात किया गया। यह कदम सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

जानिए 10 पॉइंट्स में क्या है पूरा मामला
- Trump ने सुरक्षा हालात की समीक्षा के बाद मरीन को तैनात करने का आदेश दिया।
- कैलिफोर्निया के कुछ शहरों में हालिया विरोध-प्रदर्शन और दंगों की वजह से यह कदम उठाया गया।
- 700 मरीन जवानों को विशेष रूप से लॉस एंजेलिस और सैन फ्रांसिस्को में तैनात किया गया।
- यह तैनाती अस्थायी है लेकिन आवश्यकतानुसार इसे बढ़ाया भी जा सकता है।
- राज्य सरकार ने शुरू में विरोध किया लेकिन बाद में सहयोग देने का फैसला लिया।
- मरीन जवानों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने और हिंसा रोकने के निर्देश दिए गए हैं।
- कुछ समूहों ने इस कदम की आलोचना की है, इसे शक्ति प्रदर्शन कहा जा रहा है।
- दूसरी ओर, ट्रंप समर्थक इस फैसले को ‘साहसिक और आवश्यक’ बता रहे हैं।
- तैनाती के बाद कई इलाकों में हालात नियंत्रण में आ गए हैं।
- Trump ने यह भी कहा कि “अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, हर नागरिक की सुरक्षा जरूरी है।”
कैलिफोर्निया की प्रतिक्रिया
राज्य प्रशासन ने पहले इस कदम का विरोध किया था, लेकिन हालात की गंभीरता को देखते हुए मिलिट्री की मौजूदगी को ‘सहायक’ बताया है। नागरिक अधिकार संगठनों ने हालांकि सवाल उठाए हैं कि क्या यह कदम अभिव्यक्ति की आज़ादी को दबाने की कोशिश है।

Trump के इस फैसले का राजनीतिक असर
ट्रम्प का यह कदम आगामी अमेरिकी चुनावों से पहले राजनीतिक मोर्चे पर बड़ा बदलाव ला सकता है। वे एक बार फिर ‘Law and Order’ की छवि को मजबूत कर रहे हैं, जो उनके चुनावी एजेंडे का अहम हिस्सा रहा है।
Trump का 700 मरीन जवानों की तैनाती का फैसला अमेरिका में कानून व्यवस्था की बहाली का संकेत है। हालांकि यह कदम विवादों से घिरा हुआ है, लेकिन इसका तात्कालिक असर देखने को मिल रहा है। आने वाले समय में यह निर्णय अमेरिकी राजनीति और सुरक्षा नीति पर लंबी छाया डाल सकता है।