Electricity Tariff UP में बिजली दरों में 30% तक बढ़ोतरी की तैयारी
उत्तर प्रदेश में Electricity Tariff में भारी वृद्धि की तैयारी की जा रही है। UPPCL ने UPERC के समक्ष 2025‑26 के लिए लगभग 30% तक बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है।
प्रस्ताव में क्या है?
- सभी कंज्यूमर कैटेगरी में 25‑30% तक टैरीफ वृद्धि की मांग की गई है ।
- नए कनेक्शन के लिए कनेक्शन चार्ज में भी 25‑30% तक इजाफा प्रस्तावित है ।
- ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं पर असर ज़्यादा होगा – अनुमानित 40‑45% तक।
- शहरी घरेलू उपयोगकर्ताओं के लिए यह 35‑40% तक हो सकता है।

क्यों की जा रही यह मांग?
- UPPCL ने वित्त वर्ष 2025‑26 के लिए लगभग ₹19,600 करोड़ का राजस्व घाटा बताया है।
- वित्त वर्ष 2024‑25 में बिल वसूली दर केवल 88% रही, जिससे घाटा बढ़ा।
- बिल नहीं भरने वाले उपभोक्ताओं की संख्या भी लाखों में है, साथ ही ट्रांसफॉर्मर और डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम की तकनीकी समस्याएँ भी हैं ।
Consumer Council ने जताई चिंता
- उपभोक्ता परिषद ने इस कदम का विरोध किया है।
- उनका कहना है कि इससे आम जनता पर गलत तरीके से अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है।
- निजीकरण की दिशा में इस बढ़ोतरी को प्रारंभिक कदम समझा जा रहा है।

कब लगेगा यह इजाफा?
- यह प्रस्ताव अभी विचाराधीन है और कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है।
- UPERC इसकी सुनवाई करने वाली है और लोक सुनवाई जल्द आयोजित हो सकती है।
- अगर लागू हुआ तो अगले बिलिंग साइकिल में यह असर दिखेगा।
Electricity Tariff में प्रस्तावित 30% बढ़ोतरी से UP के घरों और व्यापारियों के लिए बिजली बिलों में भारी इजाफा हो सकता है। ग्रामीण और शहरी दोनों स्तर पर यह परिवर्तन उनकी महीने‑वारे खर्च योजना को प्रभावित कर सकता है। यदि आपका बिल अचानक बढ़ता है, तो यह बदलाव ही सबसे संभावित कारण होगा।