CNG in India EV बढ़ने के बाद भी कायम है CNG का दबदबा, नोमुरा रिपोर्ट में खुलासा
CNG in India को लेकर एक ताजा नोमुरा रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) के बढ़ते ट्रेंड के बावजूद CNG वाहनों की मांग में कोई कमी नहीं आई है। भारत में CNG आज भी आम लोगों और ट्रांसपोर्ट सेक्टर की पहली पसंद बना हुआ है।
नोमुरा रिपोर्ट में क्या कहा गया?
नोमुरा की रिपोर्ट बताती है कि:
- EVs की बिक्री तेजी से बढ़ी है, लेकिन CNG वाहनों की मांग स्थिर और मजबूत बनी हुई है।
- 2024–25 में CNG वाहनों की बिक्री में 12% की वृद्धि दर्ज की गई।
- मेट्रो शहरों के बाहर CNG की लोकप्रियता EV से ज्यादा बनी हुई है।

CNG in India: क्यों है अब भी लोगों की पहली पसंद?
- ईंधन खर्च में भारी बचत: पेट्रोल/डीजल की तुलना में CNG 50% तक सस्ता
- अधिक माइलेज: प्रति किलो CNG में 25–30 km तक माइलेज
- मेंटनेंस कॉस्ट कम: इंजन व कम्पोनेंट्स पर कम असर
- सरकार की सपोर्टिव पॉलिसी: CNG स्टेशन की संख्या लगातार बढ़ रही है
EV की तुलना में CNG कहां आगे है?
पैमाना | CNG | EV |
---|---|---|
फ्यूल कॉस्ट | कम | बहुत कम |
शुरुआती लागत | कम | ज्यादा |
रेंज | 250-300 KM | 150-500 KM |
चार्जिंग टाइम | नहीं (सीधा फ्यूलिंग) | 4-8 घंटे |
इंफ्रास्ट्रक्चर | तेजी से बढ़ रहा | सीमित |

कहां है CNG का सबसे ज्यादा उपयोग?
- टैक्सी और ऑटो सेक्टर: शहरों में बड़ी संख्या में
- डेली कम्यूटर कार्स: WagonR, Celerio, Ertiga जैसी गाड़ियों की मांग बढ़ी
- बस और ट्रक सेगमेंट: राज्य सरकारें CNG बसें खरीद रही हैं
क्या है सरकार की रणनीति?
- भारत सरकार का लक्ष्य 2030 तक 10,000 से ज्यादा CNG स्टेशन खोलना
- सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का विस्तार
- नए वाहनों में फैक्ट्री फिटेड CNG किट्स की सुविधा
CNG in India अब भी एक मजबूत और विश्वसनीय विकल्प बना हुआ है। नोमुरा की रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि EV क्रांति के बीच भी CNG अपनी जगह बनाए हुए है। कम लागत, अच्छी माइलेज और आसान उपलब्धता जैसे कारण इसे भारतीय ग्राहकों के लिए अब भी एक व्यवहारिक विकल्प बनाते हैं।