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Tejas एमके1ए में लगेगी अस्त्र मिसाइल, अगस्त में होगा ट्रायल

Anuj Kumar
Anuj Kumar
Tejas एमके1ए में लगेगी अस्त्र मिसाइल, अगस्त में होगा ट्रायल

नई दिल्ली,। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) अगस्त में भारत का अत्याधुनिक लड़ाकू विमान तेजस एमके1ए अपने पहले लाइव फायरिंग ट्रायल में अस्त्र एमके1 मिसाइल का परीक्षण करेगा। यह मिसाइल बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल श्रेणी की है, जो दुश्मन के विमान को दूर से मार गिराएगी। यह परीक्षण लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट कार्यक्रम के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगी। तेजस एमके1ए भारतीय वायुसेना के लिए एक 4.5 पीढ़ी का मल्टी-रोल लड़ाकू विमान है।

तेजस एमके1ए में कुल 40 से ज्यादा तकनीकी सुधार किए गए हैं

एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) ने डिज़ाइन किया है और हेल इसका निर्माण कर रही है। यह विमान पुराने मिग-21, मिग-23 और मिग-27 जैसे लड़ाकू विमानों की जगह ले रहे हैं। तेजस एमके1ए में कुल 40 से ज्यादा तकनीकी सुधार किए गए हैं। इसकी खासियत है कि यह हल्का और फुर्तीला डिज़ाइन, बेहतर एवियोनिक्स और हथियार प्रणाली, लंबी रेंज और ज्यादा गतिशीलता, ऑटोमैटिक फॉल्ट डिटेक्शन सिस्टम अस्त्र एमके1 भारत की पहली स्वदेशी बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल है, जिसे डीआरडीओ ने विकसित किया है। इसकी रेंज 80 से 110 किलोमीटर तक है, सुपरसोनिक स्पीड (मच 4.5 तक) इसमें गाइडेंस सिस्टम लगा है जो एक्टिव रडार होमिंग है।

दुश्मन की इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग को मात देने की क्षमता है

यह लक्ष्य पर सटीक वार, दुश्मन की इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग को मात देने की क्षमता है। इस मिसाइल के तेजस से जुड़ने के बाद भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) को बिना नजर में आए दुश्मन के विमान को नष्ट करने की ताकत मिल जाएगी। तेजस एमके1ए में इज़राइल की विकसित अत्याधुनिक ईएलएम-2052 एईएसए रडार लगाया गया है, जो विमान की निगरानी और लक्ष्य पर नियंत्रण को बेहद मजबूत बनाता है। इसमें कई लक्ष्यों को एकसाथ ट्रैक करने की क्षमता है।

पुराने ईएलएम-2032 रडार की तुलना में कई गुना ज्यादा शक्तिशाली है। तेजस एमके1ए और अस्त्र एमके1 के संयोजन से भारतीय वायुसेना न केवल तकनीकी रूप से उन्नत होगी, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की ओर एक ठोस कदम भी बढ़ाएगी। स्वदेशी तकनीक का यह समन्वय भारत को रक्षा क्षेत्र में रणनीतिक स्वतंत्रता देने वाला साबित हो सकता है।

तेजस फाइटर जेट का मालिक कौन है?

एचएएल तेजस (शाब्दिक अर्थ ‘रेडिएंट’) एक भारतीय एकल इंजन, 4.5 पीढ़ी, डेल्टा विंग, बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान है जिसे एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) द्वारा डिजाइन किया गया है और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा भारतीय वायु सेना (आईएएफ) और भारतीय नौसेना के लिए निर्मित किया गया है।

क्या तेजस ब्रह्मोस ले जा सकता है?

भारत ने मिग-29, मिराज 2000 और तेजस जेट विमानों को घातक ब्रह्मोस एनजी मिसाइलों से सुपरचार्ज किया है ।

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