धर्मांतरण, बिजली, और बाढ़ पर भी मंत्री का सख्त रुख!
मऊ, UP।
उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह(Swatantra Dev Singh) ने मऊ दौरे के दौरान स्पष्ट कर दिया कि छांगुर प्रकरण में कोई भी सिफारिश या राजनीतिक दबाव काम नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि कानून के खिलाफ जाने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा—“न कोई सिफारिश चलेगी, न सोर्स। जो दोषी होगा, उसे कानून की लपेट में आना ही होगा।”
मंत्री ने बाढ़ नियंत्रण को लेकर कहा कि 75 से 80 फीसदी परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। घाघरा और सरयू जैसी पूर्वांचल की प्रमुख नदियों पर नियंत्रण को लेकर सरकार सतर्क है। गोरखपुर में भी बाढ़ से निपटने की संपूर्ण व्यवस्था की जा चुकी है।
धर्मांतरण पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “पिछले 8 वर्षों में योगी सरकार ने न सिर्फ धर्मांतरण पर नकेल कसी है, बल्कि किसी भी धार्मिक कार्यक्रम में अब बिजली आपूर्ति में कोई भेदभाव नहीं होता।”

उन्होंने कहा कि सपा शासन में केवल एक धर्म विशेष के त्योहार पर ही बिजली दी जाती थी, लेकिन अब हर त्योहार पर 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जाती है और शांति व्यवस्था को सर्वोपरि रखा गया है।
ममता बनर्जी पर पलटवार – बिहार में 30 लाख वोटर नाम हटाए जाने पर ममता बनर्जी द्वारा दिए गए बयान पर तीखा पलटवार करते हुए उन्होंने कहा – “क्या पाकिस्तान-बांग्लादेश के लोगों को भारत का वोटर बना दिया जाए? कोई भी व्यक्ति तय कर ले कि उसे वोट कहां देना है—काशी में, मऊ में या बांग्लादेश में?”
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग स्वतंत्र संस्था है, और अगर किसी को कोई आपत्ति है तो वह कोर्ट या आयोग के पास जाए।
मंत्री ने कहा कि भाजपा राजनीति को व्यापार नहीं, राष्ट्र सेवा का मिशन मानती है। “हम घर बनाने या राजनीति करने नहीं आए, हम राष्ट्र निर्माण और गरीब कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। भाजपा जातिवाद, वंशवाद, और क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर काम करती है।”
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स्वतंत्र देव सिंह का जीवन परिचय क्या है?
स्वतन्त्र देव सिंह भारत के एक राजनेता हैं। वे भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष हैं। वर्तमान में ये उत्तर प्रदेश सरकार में जल शक्ति विभाग के कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं इसके अलावा वे उत्तर प्रदेश सरकार में परिवहन, प्रोटोकॉल एवं ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रह चुके हैं।
देव सिंह की जाति क्या है?
वह कृषि प्रधान कुर्मी जाति के सदस्य हैं।