हैदराबाद। राज्य के ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव नवीन मित्तल (Naveen Mittal) ने कहा कि इस मानसून (Monsoon) के दौरान बिजली की मांग पिछले साल की तुलना में काफ़ी बढ़ गई है और आने वाले दिनों में इसमें और वृद्धि होने की संभावना है।
बिजली क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है सरकार
उन्होंने बिजली अधिकारियों को और अधिक सतर्क रहने के निर्देश दिए। दक्षिण तेलंगाना विद्युत वितरण कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुशर्रफ फारूकी के साथ अधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए, नवीन मित्तल ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी और उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क बिजली क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं और बिजली आपूर्ति की निरंतर निगरानी कर रहे हैं।
प्रचुर वर्षा के कारण जल उपलब्धता में उल्लेखनीय वृद्धि
उन्होंने कहा कि ग्रेटर हैदराबाद शहर में औद्योगिक और वाणिज्यिक क्षेत्रों के साथ-साथ घरेलू क्षेत्र में भी भारी खपत होती है। इसके अलावा, कृषि के लिए बिजली की निरंतर उपलब्धता के कारण लाखों मोटरें लगातार चल रही हैं। परिणामस्वरूप, बरसात के मौसम में भी भारी मांग दर्ज की जा रही है। पिछले वर्ष (2024) 31 जुलाई को अधिकतम मांग 13541 मेगावाट दर्ज की गई थी, जो इस वर्ष 16 जुलाई को 14.05 प्रतिशत बढ़कर 15443 मेगावाट हो गई। प्रचुर वर्षा के कारण जल उपलब्धता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। धान की बुवाई में तेजी आने के साथ, आने वाले दिनों में बिजली की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना है।,”
सीएमडी स्तर से लेकर निचले स्तर तक के कर्मचारियों को सतर्क रहने के निर्देश
इस संदर्भ में, उन्होंने सीएमडी स्तर से लेकर निचले स्तर तक के कर्मचारियों को सतर्क रहने और किसी भी व्यवधान से बचने के लिए कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से इस बरसात के मौसम में, अधिकारी और कर्मचारी अधिक सतर्क रहें और आपूर्ति की निगरानी के लिए बारिश के दौरान अपने कार्यालयों में उपलब्ध रहें। टीजीएसपीडीसीएल के निदेशक डॉ. नरसिम्हुलु, चक्रपाणि, कृष्ण रेड्डी, मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, मंडल अभियंता इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए।
बिजली का पिता कौन था?
बिजली के पिता (Father of Electricity) के रूप में आमतौर पर माइकल फैराडे (Michael Faraday) को जाना जाता है।
किलोवाट बिजली कनेक्शन में क्या-क्या चला सकते हैं?
2 किलोवाट = 2000 वॉट का घरेलू कनेक्शन होता है। इसमें आप एक समय पर निम्नलिखित उपकरण चला सकते हैं (साथ में नहीं, बल्कि संयम के साथ उपयोग करें)।
नया बिजली कानून क्या है?
भारत सरकार समय-समय पर बिजली अधिनियमों में संशोधन करती है। अभी तक जो नवीनतम बड़ा संशोधन है, वह है:
⚖️ बिजली (संशोधन) विधेयक, 2022/2023 (Electricity Amendment Bill)
मुख्य बिंदु:
- डिस्ट्रिब्यूशन में निजीकरण:
- उपभोक्ता अब किसी भी लाइसेंस प्राप्त कंपनी से बिजली खरीद सकते हैं (जैसे टेलीकॉम में होता है)।
- डायरेक्ट सब्सिडी:
- सब्सिडी सीधे उपभोक्ता के खाते में ट्रांसफर करने की व्यवस्था।
- नई अपील व्यवस्था:
- बिजली विवादों के लिए नया अपीलीय ट्राइब्यूनल।
- नवीकरणीय ऊर्जा का प्रमोशन:
- रिन्यूएबल पावर खरीदना अनिवार्य किया गया।
- कठोर दंड का प्रावधान:
- बिजली चोरी या अनियमितताओं पर भारी जुर्माना।
विवाद: कुछ राज्य सरकारें इस बिल का विरोध कर रही हैं, क्योंकि इससे उनकी वितरण कंपनियों को नुकसान हो सकता है।
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