पुनर्विकास कार्य 27.61 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जा रहा
हैदराबाद। रेल मंत्रालय की अमृत भारत स्टेशन योजना (ABSS) के तहत ‘नया भारत नया स्टेशन’ पहल के तहत मलकाजगिरी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास से संबंधित कार्य तेजी से चल रहा है। अधिकारियों के अनुसार, प्रस्तावित विकास कार्य लगभग 60 प्रतिशत पूरा हो चुका है। साथ ही, अन्य सभी कार्य (Work) तेज़ी से प्रगति पर हैं और इसी वित्तीय वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य है। मलकाजगिरी स्टेशन का पुनर्विकास कार्य 27.61 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जा रहा है।
उन्नत यात्री सुविधाएँ होंगी
दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) के अधिकारियों ने बताया कि मलकाजगिरी रेलवे स्टेशन का प्रस्तावित परिवर्तन पटरी पर है। सिकंदराबाद से लगभग 3 किलोमीटर दूर स्थित इस स्टेशन का निर्माण पूरा होने पर, इसमें आधुनिक अग्रभाग, बेहतर परिभ्रमण क्षेत्र और उन्नत यात्री सुविधाएँ होंगी। स्टेशन को कई यात्री-अनुकूल सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है, जिनमें एक विशाल सभास्थल, प्रतीक्षालय, खाने-पीने के स्टॉल और शौचालय शामिल हैं। इसमें दिव्यांगजन यात्रियों के लिए भी अलग शौचालय और रैंप जैसी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। तेलंगाना के कुल 40 रेलवे स्टेशनों का उन्नयन किया जा रहा है।

मलकाजगिरी रेलवे स्टेशन में कितने प्लेटफॉर्म हैं?
हैदराबाद के मलकाजगिरी रेलवे स्टेशन में कुल 3 प्लेटफॉर्म हैं। यह स्टेशन दक्षिण मध्य रेलवे के तहत आता है और उपनगरीय यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण जंक्शन है।
रेलवे स्टेशन को हिंदी में क्या कहते हैं?
हिंदी भाषा में रेलवे स्टेशन को “रेलवे स्टेशन” के स्थान पर “रेलवे स्थानक” या “रेल पथकेंद्र” कहा जाता है, लेकिन आम बोलचाल में “स्टेशन” शब्द ही प्रचलित है।
ट्रेन का शुद्ध हिंदी में क्या नाम है?
ट्रेन को शुद्ध हिंदी में “रेलगाड़ी” कहा जाता है। यह शब्द ‘रेल’ और ‘गाड़ी’ के मेल से बना है और सरकारी दस्तावेजों व शिक्षण में इसी रूप में प्रयुक्त होता है।
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