संदिग्ध स्थानों पर टीमों को किया गया था तैनात
हैदराबाद। बाल संरक्षण की एक बड़ी पहल के तहत, हैदराबाद पुलिस (Police) ने कई सरकारी विभागों और गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से, 1 से 31 जुलाई के बीच चलाए गए ऑपरेशन मुस्कान XI के दौरान 1,247 बच्चों को बचाया। कुल 28 संभागीय टीमों को व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, निर्माण स्थलों, यातायात जंक्शनों, बस और रेलवे स्टेशनों तथा बच्चों के शोषण के संदिग्ध अन्य स्थानों का निरीक्षण करने के लिए तैनात किया गया था।
बचाए गए बच्चों में 1,173 लड़के और 74 लड़कियाँ थीं। बचाए गए बच्चों में से 673 तेलंगाना (Telangana) के मूल निवासी हैं, जबकि 560 अन्य राज्यों के हैं। गौरतलब है कि 14 बच्चे नेपाल के पाए गए, जो इस मामले की सीमा पार की प्रकृति को दर्शाता है। इस अभियान के तहत, पुलिस ने अवैध बाल श्रम कराने वाले नियोक्ताओं के खिलाफ 55 एफआईआर दर्ज कीं। इसके अलावा, 939 मामले दर्ज किए गए और उल्लंघनकर्ताओं पर 47,75,921 रुपये का जुर्माना लगाया गया।
93 बाल मजदूरों को बचाया गया: एसपी अखिल महाजन
आदिलाबाद। पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन मुस्कान के दौरान 93 बाल मजदूरों को मुक्त कराया गया। ऑपरेशन मुस्कान 31 जुलाई को जिले में समाप्त हुआ। एसपी अखिल महाजन ने बताया कि बाल श्रमिकों को रोजगार देने के आरोप में भोजनालयों, ईंट भट्टों, भवन निर्माण एजेंसियों और अन्य प्रतिष्ठानों के खिलाफ 28 मामले दर्ज किए गए हैं। बाल श्रम की बुराई को जड़ से खत्म करने के उद्देश्य से एक महीने तक चले अभियान के दौरान 86 लड़के और सात लड़कियों को बचाया गया। उन्होंने बताया कि इनमें से 26 पीड़ित दूसरे राज्यों से थे।
आईपीएस अधिकारी ने आगे बताया कि पीड़ितों के अभिभावकों में जागरूकता पैदा करके उन्हें स्कूल भेजने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि श्रम, शिक्षा, स्वास्थ्य और गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से यह अभियान सफलतापूर्वक चलाया गया।
हैदराबाद में कितने हिंदू हैं?
2011 की जनगणना के अनुसार, हैदराबाद शहर में कुल आबादी का लगभग 64% हिस्सा हिंदू है। मुस्लिम आबादी लगभग 30% और अन्य धर्मों के लोग जैसे ईसाई, सिख, जैन आदि शेष प्रतिशत में आते हैं। वर्तमान में हिंदू आबादी की संख्या करीब 50 लाख से अधिक मानी जाती है।
हैदराबाद किस लिए प्रसिद्ध है?
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद अपनी मोतियों की मार्केट, हाईटेक सिटी, बिरयानी, गोलकोंडा किला, चारमीनार, और नवाबी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर इतिहास, आधुनिक तकनीक और खानपान का अनूठा मेल है, जिसे “साइबराबाद” भी कहा जाता है।
हैदराबाद में कौन सी भाषा बोली जाती है?
अधिकांश लोग तेलुगु और उर्दू बोलते हैं, जो यहाँ की प्रमुख भाषाएँ हैं। इसके अलावा हिंदी और अंग्रेज़ी का भी व्यापक उपयोग होता है, खासकर शहरी क्षेत्रों, शैक्षणिक संस्थानों और आईटी सेक्टर में। भाषाई विविधता यहाँ की सांस्कृतिक पहचान है।
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