कर्तव्य भवन: सेवा, समर्पण और संकल्प का केंद्र
PM Modi : कर्तव्य यह भवन उन लोगों की प्रेरणा है, जो बिना दिखावे के देश की सेवा में दिन-रात लगे रहते हैं। यहाँ कार्य नहीं, राष्ट्र के प्रति कर्तव्य निभाया जाता है।
PM Modi : नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने नई दिल्ली के कर्तव्य भवन (kartavy bhavan) में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह केवल कुछ नये भवन और सामान्य मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं, अमृत काल में इन्हीं भवनों में विकसित भारत की नीतियां बनेंगी. विकसित भारत के लिए महत्वपूर्ण निर्णय होंगे. आने वाले दशकों में यही से राष्ट्र की दिशा तय होगी।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद, देश की प्रशासनिक मशीनरी दशकों तक ब्रिटिश काल में बनी इमारतों में ही चलती रही. इन प्रशासनिक इमारतों में काम करने की स्थिति बेहद खराब थी, इनमें काम करने वालों के लिए जगह की कमी, रोशनी की कमी और वेंटिलेशन की कमी थी. गृह मंत्रालय आवश्यक संसाधनों और सुविधाओं के अभाव के बावजूद एक सदी से भी ज़्यादा समय तक इसी इमारत से काम करता रहा।
कर्तव्य भवन देश की दिशा तय करेगी
उन्होंने कहा कि कर्तव्य भवन देश की दिशा तय करेगी. यहीं से राष्ट्र के लिए निर्णय लिए जाऐंगे. बहुत मंथन के बाद यह नाम दिया गया. कर्तव्य ही आरंभ है. कर्तव्य ही प्रारब्ध है. राष्ट्र के प्रति भक्ति भाव है कर्तव्य।
उन्होंने कहा कि हर रोज 8 से 10 हजार कर्मचारियों को एक मंत्रालय से दूसरे मंत्रालय में जाना-आना होता है. इसमें खर्च होता है. इससे काम में इंएफिसियेंसी से अलावा कुछ नहीं होता है. 21 वीं में ऐसी इमारतें चाहिए जो तकनीकी, सुरक्षा और सुविधा के ख्याल से बेहतरीन है. जहां कर्मचारी सहज हो और फैसले तेजी से हो.
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार, एक holistic vision के साथ भारत के नव-निर्माण में जुटी है. ये तो पहला कर्तव्य भवन पूरा हुआ है, ऐसे कई कर्तव्य भवनों का निर्माण तेजी से चल रहा है. देश का कोई भी हिस्सा आज विकास की धारा से अछूता नहीं है।
15000 करोड़ रुपए किराए में बचत होगी
उन्होंने कहा कि कर्तव्य पथ के पास कर्तव्य भवन का निर्माण किया जा रहा है. अभी पहला कर्तव्य भवन बना है और अभी कई कर्तव्य भवन का निर्माण किया जा रहा है. जब ये कार्यालय पास-पास हो जाएगी, तो कर्मचारियों को जरूरी सुविधाएं और वातावरण मिलेगा. इससे उनका वर्कआउट मिलेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि साझा केंद्रीय सचिवालय की 10 इमारतों के निर्माण से केंद्र सरकार को 1,500 करोड़ रुपये का किराया बचेगा।
उन्होंने कहा कि एक ओर कर्तव्य भवन जैसी बिल्डिंग बन रही है तो गरीबों के लिए 4 करोड़ से ज्यादा पक्के भवन बन रहे हैं. पुलिस मेमोरियल बने हैं तो 300 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज भी बने हैं. देश में 1300 से ज्यादा नए अमृत भारत रेलवे स्टेशन भी बनाये जा रहे हैं।
गुड गर्वनेंस और विकास की धारा सुधार की गंगोत्री से ही निकलती है
पीएम मोदी ने कहा कि कोई सरकार अपने कर्तव्य गंभीरता से पूरा करती है. तो सरकार में भी नजर आता है. पिछला एक दशक गुड गर्वनेंस का दशक रहा है. गुड गर्वनेंस और विकास की धारा सुधार की गंगोत्री से ही निकलती है. देश में लगातार बड़े सुधार हुए हैं. हमारे सुधार दूरदर्शी भी हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार और जनता के बीच संबंधों को बेहतर बनाना, इज ऑफ लिविंग को बढ़ाना, महिलाओं का सशक्तिकरण, सरकार के कामकाज को बेहतर बनाने की दिशा में सरकार लगातार काम कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 11 साल में देश ने ऐसी कार्यप्रणाली विकसित की है, जो पारदर्शी है और नागरिक केंद्रित है।
10 करोड़ फर्जी लाभार्थी हटे, बचाए गये 4 लाख 30 हजार करोड़
उन्होंने कहा कि भारत में सरकारी योजनाओं को डिलिवरी को लिकेज फ्री बना दिया है. देश में राशन कार्ड, गैस सब्सिडी, स्कॉलशिप हो, ऐसे 10 करोड़ लाभार्थी ऐसे थे, जिनका कभी जन्म ही नहीं हुआ था. इनके नाम पर पहले की सरकारें पैसे भेज रही थी और वो पैसा इन फर्जी लाभार्थियों के नाम पर बिचौलिए के खाते में जा रहा था।
कितने पढ़े-लिखे हैं मोदी जी?
किशोरावस्था में अपने भाई के साथ एक चाय की दुकान चला चुके मोदी ने अपनी स्कूली शिक्षा वड़नगर में पूरी की। उन्होंने आरएसएस के प्रचारक रहते हुए 1980 में गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर परीक्षा दी और विज्ञान स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की।
लगातार 3 बार प्रधानमंत्री कौन बने?
2024 के भारतीय आम चुनाव के बाद, मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने, भाजपा के बहुमत खोने के बाद गठबंधन सरकार का नेतृत्व करते हुए, पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद ऐसा करने वाले केवल दूसरे।