वेट लॉस जर्नी शुरू करने के लिए करनी पड़ती है कड़ी मेहनत
बहुत से लोग हर दिन अपना वजन चेक करते हैं और अगर उन्हें वजन कम नजर नहीं आता तो वे निराश हो जाते हैं। उन्हें लगता है कि उनका कभी भी कुछ नहीं होने वाला। लेकिन अपनी जर्नी को सिर्फ स्केल तक ही सीमित ना रखें। जब हम अपनी वेट लॉस (Weight Loss) जर्नी शुरू करते हैं तो खुद में एक बड़ा बदलाव देखने की उम्मीद करते हैं।
इसके लिए हम कड़ी मेहनत भी करते हैं। लेकिन जरूरी नहीं है कि हर बार आपको मनचाहे रिजल्ट ही मिले। चूंकि हर किसी का शरीर अलग होता है, इसलिए वह अलग तरह से प्रतिक्रिया भी करता है। हो सकता है कि आप अपनी डाइट व एक्सरसाइज (Excercise) का पूरा ध्यान रख रहे हों, लेकिन फिर भी आपका वजन बहुत धीरे-धीरे कम हो रहा हो।
कुछ लोग हो जाते हैं निराश
जब किसी के साथ लगातार ऐसा होता है तो व्यक्ति काफी निराश हो जाता है और वह अपनी जर्नी बीच में ही छोड़ देता है। हो सकता है कि आप भी स्केल पर कुछ बदलाव ना देखकर खुद को डिमोटिवेटिड फील कर रहे हों। हालांकि, आपको परेशान या निराश होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है।

बनाएं रियलिस्टिक गोल्स
लोगों के निराश होने के पीछे अक्सर सबसे बड़ी वजह उनके गोल्स ही होते हैं। लोग कम समय में बहुत कुछ पाना चाहते हैं और इसलिए रियलिस्टिक गोल्स नहीं बनाते हैं। हो सकता है कि आपने दो महीने में दस किलो कम करने का टारगेट बनाया हो। हालांकि, ऐसा करके आप खुद को ही पनिशमेंट दे रहे होते हैं। ध्यान रखें कि जो वज़न धीरे-धीरे कम होता है, वो लंबे समय तक टिकता है। इसलिए, अपनी वेट लॉस जर्नी को सस्टेनेबल बनाने पर फोकस करें।
कागज पर लिखें क्यों
अगर आप अपनी पूरी वेट लॉस जर्नी में मोटिवेटिड फील करना चाहते हैं तो सबसे पहले एक क्यों नोट तैयार करें। उस पर लिखें कि आपने ये जर्नी क्यों शुरू की थी। क्या आपका सबसे पहला गोल सिर्फ वजन कम करना है या आप बीमारियों और दवाइयों से छुटकारा चाहते हैं या फिर आपकी चाहत स्मार्ट दिखने की है। आप इस क्यों का जवाब लिखकर कहीं पर चिपका दें। जब भी आपको ऐसा लगे कि आप हताश या निराश हो गए हैं तो उस नोट को देखें। इससे आपको फिर से वही मोटिवेशन मिलेगा।
सिर्फ स्केल पर भरोसा ना करें
बहुत से लोग हर दिन अपना वजन चेक करते हैं और अगर उन्हें वजन कम नजर नहीं आता तो वे निराश हो जाते हैं। उन्हें लगता है कि उनका कभी भी कुछ नहीं होने वाला। लेकिन अपनी जर्नी को सिर्फ स्केल तक ही सीमित ना रखें। आप यह देखें कि अब आपकी एनर्जी में क्या बदलाव आया या फिर क्या आपके पुराने कपड़े अब आप पर बेहतर तरीके से फिट होते हैं या फिर आपके कपड़े कहीं ढीले होने तो नहीं शुरू हो गए। ये संकेत हैं, जो बताते हैं कि आप सही दिशा में हैं। इसलिए हर वक्त सिर्फ वजन के कांटे को देखकर खुश या निराश होना छोड़ दें।
खींचे तस्वीरें
कई बार हमें खुद में बदलाव महसूस नहीं होता है, लेकिन तस्वीरें बहुत कुछ बयां करती हैं। इसलिए हर 15-20 दिन में एक बार अपनी फुल बॉडी फोटो लें। भले ही स्केल पर आपको वजन कम ना दिख रहा हो, लेकिन तस्वीरों में आपके चेहरे का ग्लो, पेट की शेप सारी हकीकत खुद बयां कर देगा। यह एक ऐसा तरीका है जो आपको हमेशा मोटिवेटिड फील करवाने में मदद करेगा।
सबसे जल्दी वेट लॉस कैसे होता है?
तेज़ वजन घटाने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त पानी, और शुगर-कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम करना जरूरी है। क्रैश डाइट से त्वरित परिणाम मिल सकते हैं, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए स्वस्थ और टिकाऊ तरीकों को अपनाना बेहतर है।
कौन-कौन सी बीमारी में वजन कम होता है?
टीबी, कैंसर, डायबिटीज, हाइपरथायरॉइडिज्म, एचआईवी/एड्स, डिप्रेशन और क्रॉनिक किडनी डिज़ीज जैसी बीमारियों में बिना कोशिश के वजन कम हो सकता है। अगर अचानक और तेजी से वजन घट रहा है तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाना चाहिए।
मोटापा बढ़ने का मुख्य कारण क्या है?
गलत खान-पान, अधिक कैलोरी सेवन, शारीरिक गतिविधि की कमी, हार्मोनल असंतुलन, तनाव और अनियमित जीवनशैली मोटापे के मुख्य कारण हैं। जंक फूड, मीठा, और तैलीय भोजन का अधिक सेवन भी वजन बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है।
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