नई दिल्ली, 11 अगस्त 2025: कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी(Rahul Gnadhi) द्वारा 2024 के लोकसभा चुनावों में “वोट चोरी” के गंभीर आरोपों के बाद कर्नाटक, हरियाणा और महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) ने उन्हें नोटिस जारी कर सबूत मांगे हैं।
राहुल ने दावा किया था कि कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,250 फर्जी वोटों के जरिए चुनाव चोरी हुई, जिसमें डुप्लिकेट वोटर, फर्जी पते और एक ही पते पर कई वोटरों का पंजीकरण शामिल था। उन्होंने इसे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और चुनाव आयोग (ईसी) की मिलीभगत बताया।
चुनाव आयोग ने क्या कहा ?
कर्नाटक के सीईओ वी. अंबुकुमार ने राहुल के दावों की जांच के बाद नोटिस जारी कर कहा कि उनकी ओर से दिखाए गए दस्तावेज मतदान अधिकारी द्वारा जारी नहीं थे। विशेष रूप से, राहुल ने 70 वर्षीय मतदाता शकुन रानी के दो बार वोट देने का दावा किया, जिसे जांच में गलत पाया गया। हरियाणा और महाराष्ट्र के सीईओ ने भी राहुल को 10 दिनों के भीतर शपथपत्र के साथ सबूत जमा करने को कहा, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी, जिसमें सात साल तक की जेल हो सकती है।
राहुल गाँधी ने क्या कहा था ?
राहुल ने बेंगलुरु में ‘वोट अधिकार रैली’ में आरोप दोहराते हुए कहा कि डिजिटल वोटर लिस्ट और सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक किए जाएं। उन्होंने दावा किया कि ईसी ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और बिहार में अपनी वेबसाइटें बंद कर दीं, ताकि जांच रोकी जाए। कांग्रेस ने ‘votechori.in‘ वेबसाइट लॉन्च कर जनता से पारदर्शिता की मांग की है।
बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए राहुल से माफी मांगी है। यह विवाद चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और संस्थागत जवाबदेही पर सवाल उठा रहा है।
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