हैदराबाद: आईटी एवं उद्योग मंत्री दुदिल्ला श्रीधर बाबू (Sridhar Babu) ने गट्टू वामन राव दंपत्ति हत्याकांड (Couple murder) की जाँच केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने के सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश का स्वागत किया है।
शह देने वाले तत्कालीन सरकार के वरिष्ठ नेताओं को उचित सज़ा मिलेगी
मंत्री ने कहा कि इस आदेश से न्याय व्यवस्था में जनता का विश्वास मज़बूत हुआ है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि न्याय तभी होगा जब असली दोषियों और उन्हें शह देने वाले तत्कालीन सरकार के वरिष्ठ नेताओंको उचित सज़ा मिलेगी। श्रीधर बाबू ने मंथनी में दिनदहाड़े वकील गट्टू वामन राव और उनकी पत्नी की नृशंस हत्या के प्रति पूरी तरह उदासीन रहने के लिए पिछली बीआरएस सरकार की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि निष्पक्ष जाँच करने के बजाय, उन्होंने असली अपराधियों को बचाया।
शोकाकुल माता-पिता को न्याय दिलाना चाहिए था
श्रीधर बाबू ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि उस सरकार के वरिष्ठ नेताओं, जिन्हें अपने बेटे और बहू को खोने वाले शोकाकुल माता-पिता को न्याय दिलाना चाहिए था, ने जाँच को पटरी से उतार दिया और असली हत्यारों को संरक्षण दिया। मंत्री ने आगे कहा कि नागरिक समाज संगठनों और कांग्रेस पार्टी द्वारा मामले को सीबीआई को सौंपने की बार-बार अपील के बावजूद, तत्कालीन सरकार ने इन माँगों को नज़रअंदाज़ कर दिया। न्यायपालिका में अपने अटूट विश्वास को दोहराते हुए, उन्होंने निष्कर्ष निकाला, “अंततः… न्याय की जीत होगी।”
डी. श्रीधर बाबू कौन हैं?
- पूर्वव्यवसाय और पारिवारिक पृष्ठभूमि: श्रीधर बाबू का जन्म 30 मई 1969 को मनथानी, Telangana में हुआ था। वे आंध्र प्रदेश विधानसभा के पूर्व स्पीकर D. Sripada Rao के चौथे संतान हैं।
उनकी राजनीतिक यात्रा और वर्तमान भूमिका क्या है?
- विधायक (MLA): श्रीधर बाबू ने 1999 से लगातार मनथानी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतना शुरू किया और 2023 में यह सिलसिला पांचवीं बार जारी रहा।
हालिया प्रमुख घटनाक्रम और पहल क्या रहे हैं?
- आईटी और उद्योग क्षेत्र:
- उन्होंने Medtronic के Hyderabad के Global IT Center का उद्घाटन किया, जिसमें 300 नए रोजगार और AI, क्लाउड आदि पर ध्यान केंद्रित करने की योजना शामिल है।
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