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UP: गो सेवा से तरक्की करेगा यूपी

Ajay Kumar Shukla
Ajay Kumar Shukla
UP: गो सेवा से तरक्की करेगा यूपी

लखनऊ : ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई उड़ान देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन को साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) गो सेवा आयोग ने पतंजलि योगपीठ (Patanjali Yogpeeth) के साथ साझा रणनीति बनाई है। हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ में उत्तर प्रदेश गो सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने योग गुरु बाबा रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के सह-संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण से विस्तृत चर्चा की।

योगी सरकार का संकल्प : आत्मनिर्भर गोशालाएं, सशक्त किसान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट दृष्टिकोण है कि गांव की गाय, गांव की तरक्की का आधार है। इसी सोच को धरातल पर उतारने के लिए पतंजलि योगपीठ ने तकनीकी सहयोग देने का आश्वासन दिया है। अब गोशालाओं को केवल संरक्षण केंद्र नहीं, बल्कि ग्रामीण उद्योग, पंचगव्य उत्पाद निर्माण और बायोगैस उत्पादन के आधुनिक केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए बाबा रामदेव जल्द ही उत्तर प्रदेश आएंगे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर रोडमैप को अंतिम रूप देंगे।

गोशाला विकास और मॉडल प्रोजेक्ट

गो सेवा आयोग के ओएसडी डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश के 75 जिलों में 2 से 10 गोशालाओं को चयनित कर उन्हें बड़े मॉडल गोशालाओं के रूप में विकसित किया जाएगा। गो अभयारण्यों में खुले शेड, बाड़ और सुरक्षा व्यवस्था विकसित कर गोवंश की मुक्त आवाजाही सुनिश्चित की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर उत्पादन से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और 50% कमीशन मॉडल के माध्यम से गोमूत्र संग्रह व उत्पाद बिक्री में ग्रामीणों की सीधी भागीदारी होगी।

तकनीकी सहयोग और प्रशिक्षण

पतंजलि योगपीठ प्रशिक्षण, गुणवत्ता नियंत्रण, फार्मुलेशन, प्रमाणन और लाइसेंसिंग में सहयोग देगा। इसके अलावा, गोशालाओं में जियो-फेंसिंग, गाय टैगिंग, फोटो मैपिंग और चारा इन्वेंटरी ट्रैकिंग जैसी अत्याधुनिक तकनीक लागू की जाएगी। इसके अलावा नीम, गोमूत्र और वर्मी कम्पोस्ट जैसे प्राकृतिक इनपुट गांव-गांव तक पहुंचाने का निर्णय लिया गया है। इससे किसानों की लागत घटेगी, मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी और पर्यावरण संरक्षण को मजबूती मिलेगी।

गौ सेवा के क्या लाभ हैं?

गौ सेवा (गाय की सेवा) भारतीय संस्कृति, आयुर्वेद और धार्मिक परंपराओं में अत्यंत पवित्र मानी जाती है। इसके लाभ आध्यात्मिक, आर्थिक, पर्यावरणीय, और स्वास्थ्य से जुड़े होते हैं।

गौशाला का मुख्य उद्देश्य क्या है?

गौशाला एक ऐसा स्थान है जहाँ बेसहारा, बीमार, वृद्ध या परित्यक्त गायों की देखरेख और पालन-पोषण किया जाता है।

गौ सेवा आयोग की स्थापना कब हुई थी?

गौ सेवा आयोग अलग-अलग राज्यों में अलग समय पर गठित किए गए हैं।

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