हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के का एक महान मानवीय निर्णय (Humanitarian Decision) ने यादाद्री विद्युत संयंत्र (Yadadri Power) निर्माण में ज़मीन गँवाने वालों की जिन्दगी बदल दी। यह बातें तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्क ने यहां कहीं।
यादाद्री विद्युत संयंत्र 15 जनवरी, 2026 तक राष्ट्र को समर्पित
उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्क ने घोषणा की कि 4,000 मेगावाट क्षमता वाला यादाद्री विद्युत संयंत्र (Yadadri power) 15 जनवरी, 2026 तक राष्ट्र को समर्पित कर दिया जाएगा। उन्होंने इस बात पर रोष व्यक्त किया कि अक्टूबर 2022 में राष्ट्रीय हरित अधिकरण द्वारा पर्यावरणीय मंज़ूरियों पर रोक लगाने के बाद, तत्कालीन शासकों ने लगभग दो वर्षों तक यादाद्री विद्युत संयंत्र के कार्यों की पूरी तरह से अनदेखी की।
परियोजना के कार्यों की प्रतिदिन निगरानी
उन्होंने कहा कि हज़ारों करोड़ रुपये के निवेश वाली इतनी बड़ी परियोजना में एक दिन की भी देरी से राज्य की जनता पर भारी आर्थिक बोझ पड़ा। भट्टी विक्रमार्क ने बताया कि जनता के आशीर्वाद से, जब 7 दिसंबर, 2023 को प्रजा सरकार सत्ता में आई, तो उसने तुरंत फरवरी 2024 में एक और सार्वजनिक परामर्श आयोजित किया और पर्यावरणीय मंज़ूरियाँ प्राप्त कीं। तब से, परियोजना के कार्यों की प्रतिदिन निगरानी की जा रही है। कार्यों का एक साप्ताहिक कैलेंडर तैयार किया गया है, और उसके अनुसार प्रगति सुनिश्चित की जा रही है।

यदाद्री पावर प्लांट की भूमि खोने वालों को मिला नियुक्ति पत्र
भट्टी विक्रमार्क शुक्रवार को प्रजा भवन में यदाद्री पावर प्लांट की भूमि खोने वालों के लिए नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में, प्रजा सरकार ने सभी ज़मीन गँवाने वालों को रोज़गार प्रदान करने का एक महान मानवीय निर्णय लिया, जिससे 500 परिवारों को यदाद्री पावर प्लांट में रोज़गार मिल सका। भट्टी विक्रमार्क ने आशा व्यक्त की कि ये परिवार सामाजिक और आर्थिक रूप से प्रगति करेंगे और राज्य के विकास में योगदान देंगे।
यादाद्री थर्मल पावर प्लांट कितने एकड़ में है?
यादाद्री थर्मल पावर प्लांट (Yadadri Thermal Power Plant) कुल 2,800 एकड़ भूमि पर स्थापित किया गया है।
विद्युत संयंत्र कितने प्रकार के होते हैं?
विद्युत संयंत्रों को मुख्यतः ईंधन या ऊर्जा स्रोत के आधार पर बाँटा जाता है।
भारत का सबसे बड़ा बिजली संयंत्र कौन सा है?
Vindhyachal Thermal Power Station (विंध्याचल ताप विद्युत संयंत्र)
स्थान: सिंगरौली, मध्य प्रदेश।
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