निवेशकों को मिलेगा सुनहरा अवसर
नई दिल्ली: टाटा कैपिटल(Tata Capital) का बहुप्रतीक्षित आईपीओ 6 अक्टूबर से खुलने जा रहा है। यह साल का सबसे बड़ा आईपीओ माना जा रहा है, जिसका अनुमानित आकार 17,200 करोड़ रुपये है। कंपनी इसमें नए शेयर जारी करेगी और मौजूदा शेयरधारक ऑफर फॉर सेल(OFS) के तहत अपने हिस्से के शेयर बेचेंगे। एंकर निवेशकों के लिए यह अवसर 3 अक्टूबर से उपलब्ध होगा।
शेयर ऑफर और संरचना
इस आईपीओ में कुल 47.58 करोड़ से अधिक शेयर पब्लिक को मिलेंगे। इसमें 21 करोड़ नए शेयर और 26.58 करोड़ शेयर OFS के तहत होंगे। प्रमोटर टाटा संस(Tata Sons) 23 करोड़ शेयर बेचेगी, जबकि इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन(IFC) 3.58 करोड़ से ज्यादा शेयर बेचेगी। इस इश्यू में कई बड़े बैंक और वित्तीय संस्थाएं बुक रनिंग लीड मैनेजर्स होंगी, जिनमें कोटक महिंद्रा कैपिटल, एक्सिस कैपिटल, HDFC बैंक और ICICI सिक्योरिटीज शामिल हैं। रजिस्ट्रार MUFG इंटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड होगा।
कंपनी ने अभी इश्यू प्राइस की घोषणा नहीं की है। हालांकि UDRHP से पता चलता है कि टाटा((Tata) कैपिटल का औसत शेयर मूल्य 34 रुपये और IFC का 25 रुपये है। इससे संकेत मिलता है कि आईपीओ प्राइस बैंड इससे कई गुना अधिक हो सकता है।
अनलिस्टेड बाजार और कीमतों में उतार-चढ़ाव
अनलिस्टेड शेयरों की मौजूदा कीमत 735 रुपये प्रति शेयर है, जबकि वेल्थ विजडम के अनुसार यह 650 रुपये है। अप्रैल में यह शेयर 1,125 रुपये तक पहुंचा था, पर अब इसमें लगभग 35% की गिरावट दर्ज की गई है। इतनी बड़ी चर्चा के बावजूद अनलिस्टेड बाजार में कीमतें कमजोर दिखाई दे रही हैं।
मेहता इक्विटीज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत तापसे ने बताया कि बाजार में हालिया गिरावट, मैक्रोइकोनॉमिक दबाव और निवेशकों की सतर्कता इसके पीछे मुख्य वजह हैं। हाईब्रो सिक्योरिटीज के एमडी तरुण सिंह ने कहा कि अनलिस्टेड बाजार में लिक्विडिटी की कमी के कारण कीमतों में तेजी से उतार-चढ़ाव होता है।
टाटा कैपिटल के आईपीओ को साल का सबसे बड़ा क्यों कहा जा रहा है?
इस आईपीओ का कुल अनुमानित आकार 17,200 करोड़ रुपये है। इसमें 21 करोड़ नए शेयर और 26.58 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल शामिल हैं। बड़े पैमाने पर शेयर जारी होने के कारण यह 2025 का सबसे बड़ा आईपीओ माना जा रहा है।
निवेशकों के लिए इसमें क्या संभावनाएं हैं?
अनलिस्टेड बाजार में अभी टाटा कैपिटल का शेयर 650–735 रुपये के बीच चल रहा है। यदि आईपीओ प्राइस बैंड आकर्षक रहा तो निवेशकों के पास अच्छे मुनाफे का अवसर हो सकता है, लेकिन उतार-चढ़ाव और बाजार की स्थिति को ध्यान में रखना जरूरी है।
अन्य पढ़े: