नई दिल्ली । देशभर में मंगलवार को आधिकारिक रूप से मानसून का समापन हो गया, लेकिन बारिश (Rain) का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। जयपुर और आसपास के इलाकों में केवल दो घंटे की तेज बारिश ने हालात बिगाड़ दिए। कई इलाकों में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया और दशहरा के लिए तैयार रावण के पुतले बहते नजर आए।
दिल्ली में मौसम विभाग का पूर्वानुमान फेल
दिल्ली में मंगलवार को अचानक तेज बारिश हुई, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जलभराव और जगह-जगह जाम से लोग परेशान रहे। हालांकि बारिश ने गर्मी से राहत दिलाई, लेकिन परेशानी भी खूब हुई। बुधवार और गुरुवार को भी वर्षा की संभावना जताई गई है।
राजस्थान में बारिश ने दी हैरानी
मानसून विदाई के बावजूद राजस्थान (Rajasthan) में भारी बारिश जारी है। कोटा में 221 फीट ऊंचा रावण का पुतला बारिश में भीग गया, जो दावा है कि दुनिया का सबसे ऊंचा रावण पुतला है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दशहरे के दिन 2 अक्टूबर को भी तेज बारिश हो सकती है।
इस मानसून में सामान्य से 8% अधिक बारिश
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, जून से सितंबर तक इस मानसून में देशभर में औसतन 937.2 मिमी वर्षा हुई, जो सामान्य से 8 प्रतिशत अधिक है। इस बारिश में करीब 1520 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 935 बाढ़ और भारी बारिश से और 570 बिजली गिरने और तूफान की वजह से हुई।
अक्टूबर-दिसंबर में बारिश जारी रहने की संभावना
आईएमडी ने अनुमान जताया है कि अक्टूबर से दिसंबर तक भी बारिश का दौर जारी रहेगा। अक्टूबर में सामान्य से 15 प्रतिशत अधिक वर्षा होने की संभावना है। दक्षिणी राज्यों तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल और कर्नाटक में भी मानसून के बाद सामान्य से अधिक बारिश की उम्मीद है।
दिल्ली में बादल और हल्की बारिश की संभावना
राजधानी दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पिछले 24 घंटों में 38 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि दिनभर बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है।
उत्तर प्रदेश में बारिश और हादसे
उत्तर प्रदेश के वाराणसी, जौनपुर और कानपुर सहित 36 जिलों में बुधवार को बारिश का अलर्ट है। वाराणसी में मंगलवार शाम से लगातार बारिश हुई और सुबह तक करीब 60 मिमी वर्षा दर्ज की गई। लोटा टीला मठ की दीवार गिर गई, जालौन में आकाशीय बिजली गिरने से 100 साल पुराना शिव मंदिर ढह गया, और फतेहपुर में बिजली गिरने से छह लोगों की मौत हुई।
सतर्क रहने की जरूरत
मानसून आधिकारिक रूप से समाप्त हो गया है, लेकिन देश के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला अभी जारी है। प्रशासन और आम जनता दोनों को सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि मौसम से होने वाले हादसों की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
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