हैदराबाद : तेलंगाना के नए डीजीपी बी. शिवधर रेड्डी ( B. Shivadhar Reddy) आज फुलफार्म में दिखें। उन्होंने कहा कि झूठी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन (Strict action) लेंगे। उन्होंने बुधवार को तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक का पदभार ग्रहण किया। इस तरह वे राज्य के छठे डीजीपी बन गए। उन्होंने जितेंद्र का स्थान लिया है, जो 15 महीने तक इस पद पर रहे। शिवधर रेड्डी ने हैदराबाद के लकड़ी-का-पुल स्थित डीजीपी कार्यालय में विशेष समारोह के बाद सुबह 9:44 बजे आधिकारिक रूप से अपना कार्यभार संभाला।
समाज की मुख्यधारा में लौटने वाले माओवादियों को सहयोग करेंगे : डीजीपी
मीडिया को दिए अपने बाद के भाषण में, नए डीजीपी रेड्डी ने माओवादियों के मुद्दे पर बात की और उन सदस्यों का समर्थन करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की जो समाज में फिर से शामिल होना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि माओवादी पार्टी के एक पोलित ब्यूरो सदस्य के पत्र में सशस्त्र संघर्ष छोड़ने की उनकी इच्छा का संकेत दिया गया है। उन्होंने कहा, “रूस और चीन की स्थितियाँ भारत से अलग नहीं हैं। माओवादी लंबे समय से एक खास विचारधारा पर अड़े हुए हैं, लेकिन अब वे जमीनी हकीकत को समझने लगे हैं, जिसके कारण उनका संघर्ष समाप्त हो गया है।” कार्यक्रम के दौरान, डीजीपी ने सोशल मीडिया गतिविधियों से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ज़ोर दिया।

मेरा मुख्य ध्यान खाकी बुक पर ही रहेगा : बी. शिवधर रेड्डी
उन्होंने सोशल मीडिया पर अनुचित सामग्री पोस्ट करने वालों को सावधानी बरतने की चेतावनी दी और कहा कि झूठी जानकारी फैलाने और मानहानि करने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शिवधर रेड्डी ने कहा कि कुछ लोग भले ही रेड बुक या पिंक बुक का हवाला दें, लेकिन उनका मुख्य ध्यान खाकी बुक (पुलिस मैनुअल) पर है। डीजीपी ने कहा, “अगर हर कोई ज़िम्मेदारी से काम करे और अपनी राय व्यक्त करते समय क़ानूनी सीमाओं के भीतर रहे, तो कोई समस्या नहीं होगी।” इसके बाद, वह राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा से मिलने राजभवन गए। डीजीपी शिवधर रेड्डी के साथ हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सज्जनार और ख़ुफ़िया महानिदेशक विजय कुमार भी थे। बताया जा रहा है कि राज्यपाल ने बाद की बैठक में क़ानून-व्यवस्था की स्थिति की जानकारी ली।
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