हैदराबाद : पूर्ववर्ती रंगारेड्डी ज़िले के प्रभारी (District in-charge) मंत्री डी. श्रीधर बाबू ने रंगा रेड्डी और विकाराबाद (Vikarabad) ज़िलों के कांग्रेस विधायकों और निर्वाचन क्षेत्र प्रभारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में चल्ला नरसिम्हा रेड्डी (रंगारेड्डी जिला कांग्रेस अध्यक्ष), विधायक मल रेड्डी रंगारेड्डी (इब्राहिमपट्टनम), टी. राम मोहन रेड्डी (परिगी), कासिरेड्डी नारायण रेड्डी (कलवाकुर्ती), के. शंकर यादव (शादनगर), बी. मनोहर रेड्डी (तंदूर), और कांग्रेस निर्वाचन क्षेत्र प्रभारी के.एल.आर. (महेश्वरम) और भीम भारत (चेवेल्ला) सहित अन्य लोग शामिल हुए।
पिछले चुनावों के परिणामों की निर्वाचन क्षेत्रवार समीक्षा
मंत्री डी. श्रीधर बाबू ने आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए अपनाए जाने वाले दृष्टिकोण और उन प्रमुख मुद्दों पर रणनीतिक दिशा-निर्देश दिए जिन्हें जमीनी स्तर पर जनता तक प्रभावी ढंग से पहुँचाने की आवश्यकता है। पार्टी की ताकत, कमजोरियों और पिछले चुनावों के परिणामों की निर्वाचन क्षेत्रवार समीक्षा की गई। मंत्री ने सभी नेताओं से आगामी चुनावों में पूर्ववर्ती रंगा रेड्डी जिले की प्रत्येक सीट पर कांग्रेस का परचम लहराने के एकमात्र उद्देश्य के साथ काम करने का आह्वान किया। उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच पूर्ण समन्वय सुनिश्चित करने और चुनाव प्रक्रिया के दौरान आंतरिक मतभेदों की कोई गुंजाइश न छोड़ने के स्पष्ट निर्देश दिए।

जमीनी पड़ताल के बाद उम्मीदवारों के चयन को अंतिम रूप : मंत्री
मंत्री ने कार्यकर्ताओं को कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू की गई छह गारंटियों के साथ-साथ पिछली सरकार की विकासात्मक पहलों और विफलताओं व अनियमितताओं को जनता के बीच मजबूती से ले जाने का निर्देश दिया। यह निर्णय लिया गया कि प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में जमीनी स्तर पर सर्वेक्षण करने के बाद ही उम्मीदवारों के चयन को अंतिम रूप दिया जाएगा। मंत्री ने स्पष्ट किया कि चयन प्रक्रिया में विधायकों और निर्वाचन क्षेत्र प्रभारियों की राय पर विचार किया जाएगा, लेकिन अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान का होगा।
श्रीधर बाबू कौन से मंत्री हैं?
श्रीधर बाबू (D. Sridhar Babu) तेलंगाना सरकार में सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार, उद्योग एवं वाणिज्य और विधायी मामलों के मंत्री हैं।
2025 में हैदराबाद के मुख्यमंत्री कौन हैं?
2025 में हैदराबाद (और संपूर्ण Telangana) के मुख्यमंत्री A. Revanth Reddy हैं
स्वतंत्र प्रभार मंत्री कौन होता है?
“स्वतंत्र प्रभार मंत्री” (Minister of Independent Charge) वह मंत्री होता है जिसे किसी विभाग का पूर्ण प्रभार दिया जाता है, लेकिन वह विभाग किसी वरिष्ठ मंत्रिपरिषद् (Cabinet) मंत्री के अधीन नहीं होता — सीधे प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री के नियंत्रण में रहते हैं, लेकिन वे पूर्ण मंत्री पद नहीं होते।
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