अगले साल ₹1.55 लाख तक जाने का अनुमान
नई दिल्ली: आज, 7 अक्टूबर को, सोने(Gold) और चांदी की कीमतों ने ऑलटाइम हाई(All-Time High) का नया रिकॉर्ड बनाया है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 24 कैरेट सोने की कीमत ₹718 रुपये बढ़कर ₹1,19,967 प्रति 10 ग्राम पर पहुँच गई है। वहीं, चांदी का भाव भी ₹605 रुपये की तेजी के साथ ₹1,49,438 प्रति किलोग्राम हो गया है। इस साल, सोने(Gold) की कीमत में लगभग ₹44,000 और चांदी की कीमत में ₹63,000 से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो निवेशकों के लिए सोने को एक बेहद आकर्षक विकल्प बना रहा है।
अगले साल ₹1.55 लाख तक जा सकता है दाम
विशेषज्ञों का अनुमान है कि सोने(Gold) की यह तेजी अभी रुकने वाली नहीं है। गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, अगले साल तक सोने का लक्ष्य $5,000 प्रति औंस निर्धारित किया गया है, जिसका भारतीय रुपये में मूल्य लगभग ₹1,55,000 प्रति 10 ग्राम होगा। ब्रोकरेज फर्म पीएल कैपिटल के संदीप रायचुरा ने भी कहा है कि सोना ₹1,44,000 के स्तर को छू सकता है। यह अनुमान वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और डॉलर पर निर्भरता कम करने की केंद्रीय बैंकों की रणनीति से प्रेरित है।
अन्य पढ़े: Breaking News:Credit Card: क्रेडिट कार्ड: 1 दिन लेट ₹1000 तक जुर्माना
सोने की कीमतों में तेजी के मुख्य कारण
सोने(Gold) की कीमतों में इस उछाल के पीछे चार प्रमुख कारण हैं। पहला, केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की लगातार खरीदारी, जो डॉलर पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए अपने भंडार में सोने का हिस्सा बढ़ा रहे हैं, जिससे बाजार में मांग बनी हुई है। दूसरा, ‘ट्रम्प फैक्टर’ और नीति-अनिश्चितता, जिसके कारण निवेशक सुरक्षित निवेश की तलाश में सोने की ओर भाग रहे हैं। तीसरा, क्रिप्टो और शेयर बाजार से सोने की ओर रुख, क्योंकि अस्थिरता और सख्त नियमों के डर से निवेशक सोने को अधिक सुरक्षित मान रहे हैं। और चौथा, सोने का लॉन्ग-टर्म एसेट मूल्य, जो महंगाई के समय में भी अपनी कीमत बनाए रखता है और नष्ट नहीं होता।
गोल्डमैन सैक्स ने अगले साल तक 10 ग्राम सोने के लिए भारतीय रुपये में कितना लक्ष्य निर्धारित किया है?
गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट के अनुसार, अगले साल तक 10 ग्राम सोने के लिए भारतीय रुपये में लगभग ₹1,55,000 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जो $5000 प्रति औंस के टारगेट पर आधारित है।
सोने की कीमतों में तेजी आने का एक प्रमुख कारण केंद्रीय बैंकों की खरीदारी क्यों है?
केंद्रीय बैंक अपनी डॉलर पर निर्भरता कम करने के लिए लगातार सोना खरीद रहे हैं। जब बड़े बैंक लगातार खरीदारी करते हैं, तो बाजार में सोने की मांग बनी रहती है, जिससे इसकी कीमत ऊपर जाती है।
अन्य पढ़े: