न्यूनतम पेंशन ₹1000 से बढ़कर ₹2500 हो सकती है
मुंबई: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के तहत आने वाली एम्प्लॉयी पेंशन स्कीम (EPS) 1995 के मिनिमम पेंशनर्स को जल्द ही बड़ी राहत मिल सकती है। मौजूदा ₹1000 मासिक न्यूनतम पेंशन को बढ़ाकर ₹2500 किए जाने की संभावना है। EPFO के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) की आगामी बैठक 10-11 अक्टूबर को बेंगलुरु में होनी है, जिसमें इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर निर्णय लिया जा सकता है। अगर यह प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो यह वर्ष 2014 के बाद 11 सालों में पहली बार न्यूनतम पेंशन राशि में की जाने वाली बढ़ोतरी होगी। वर्तमान में देश भर में 30 लाख से अधिक पेंशनर्स को यह ₹1000 की न्यूनतम पेंशन मिल रही है।
EPS 95: कौन है पेंशन का हकदार और क्या है इसका फॉर्मूला?
एम्प्लॉयी पेंशन स्कीम 1995 संगठित क्षेत्र (Organised Sector) के कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति (Retirement) के बाद पेंशन प्रदान करती है। इस स्कीम के तहत नियमित पेंशन का हकदार वह कर्मचारी होता है जो कम से कम 10 साल की लगातार नौकरी पूरी कर लेता है और 58 साल की उम्र तक पहुँच जाता है। पेंशन की गणना एक निश्चित फार्मूले के आधार पर की जाती है: पेंशन = (पेंशनेबल सैलरी × पेंशनेबल सर्विस) ÷ 70। इसमें पेंशनेबल सैलरी का अर्थ है नौकरी के अंतिम 60 महीनों की औसत बेसिक सैलरी + डीए। चूंकि पेंशनेबल सैलरी की अधिकतम सीमा ₹15,000 प्रति माह तय है, इसलिए 35 साल की सर्विस वाला सदस्य भी अधिकतम लगभग ₹7,500 प्रति माह की पेंशन ही पा सकता है, भले ही उसका वास्तविक योगदान अधिक रहा हो।
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डिजिटल सुधार (EPFO 3.0) पर भी होगी चर्चा
न्यूनतम पेंशन में वृद्धि के संशोधन के अलावा, CBT की इस बैठक में डिजिटल सुधारों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है, जिसे EPFO 3.0 नाम दिया गया है। इन डिजिटल सुधारों का मुख्य उद्देश्य EPFO की सेवाओं को अधिक तेज और सुविधाजनक बनाना है। इसमें ATM से सीधे PF विड्रॉल करने की सुविधा, UPI के माध्यम से तुरंत पैसे निकालना, और क्लेम सेटलमेंट की प्रक्रिया को और भी तेज करने जैसे फीचर्स शामिल हैं। ये सुधार कर्मचारियों के लिए PF से जुड़े कामों को आसान और त्वरित बना सकते हैं।
एम्प्लॉयी पेंशन स्कीम (EPS) के तहत नियमित पेंशन प्राप्त करने के लिए कर्मचारी को कौन-सी दो मुख्य शर्तें पूरी करनी होती हैं?
कर्मचारी को कम से कम 10 साल की लगातार नौकरी पूरी करनी होती है और 58 साल की उम्र तक पहुँचना होता है।
यदि न्यूनतम पेंशन को बढ़ाकर ₹2500 कर दिया जाता है, तो यह कितने वर्षों बाद पहली बढ़ोतरी होगी?
यदि यह प्रस्ताव पास हो जाता है, तो यह वर्ष 2014 में न्यूनतम पेंशन ₹1000 तय होने के बाद 11 साल में पहली बढ़ोतरी होगी।
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