काबुल। अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी (Amir Khan Mutki) भारत के दौरे पर हैं, लेकिन इसी बीच काबुल में अचानक विस्फोट और गोलीबारी (Bisphot and Golibari) की खबरें सामने आईं। धमाके डिस्ट्रिक्ट 8 और अब्दुलहक चौक के आसपास सुनाई दिए, जहां सरकारी कार्यालय और आवासीय इलाके मौजूद हैं।
पाकिस्तान पर शक, कोई जिम्मेदारी नहीं ली
प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, ये हमला पाकिस्तान की ओर से की गई एयरस्ट्राइक (Airstrike) हो सकता है, लेकिन अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि रात करीब 12 बजे आसमान में विमानों की आवाजें सुनाई दी और उसके बाद विस्फोट हुए।
निशाना टीटीपी का नेता नूर वली महसूद
मीडिया सूत्रों के अनुसार, ये हमले एक विशेष कंपाउंड को निशाना बनाने के लिए किए गए थे, जहां कथित तौर पर टीटीपी के नेता नूर वली महसूद छिपे हुए थे। महसूद पाकिस्तानी नागरिक है और उस पर पाकिस्तान में कई हमलों का आरोप है।
दौरा उच्च स्तरीय कूटनीतिक संबंधों का संकेत
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री का भारत दौरा तालिबान शासन के सत्ता संभालने के बाद पहला उच्च स्तरीय दौरा है। यह दौरा दोनों देशों के बीच आर्थिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने का संकेत माना जा रहा है।
पाकिस्तान की चेतावनी और हमला
घटना के ठीक एक दिन पहले, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अफगानिस्तान को चेतावनी दी थी कि उनकी धरती से आतंकवाद असहनीय है। उन्होंने कहा कि काबुल में 6,000–7,000 लोग पाकिस्तान के लिए खतरा हैं और उन्हें वहां रहने से रोकने का आश्वासन नहीं मिला।
कुछ ही घंटों बाद काबुल में हवाई हमलों की खबरें सामने आईं, हालांकि पाकिस्तान की ओर से आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।
अफगान प्रवक्ता का बयान
अफगान-तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि काबुल शहर में विस्फोट की आवाज सुनी गई, लेकिन कोई नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने आश्वस्त किया कि घटना की जांच चल रही है और नागरिकों को किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
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