बीजेपी से त्रिविक्रम नारायण और बसपा से शक्ति मिश्रा मैदान में
कांग्रेस ने आनंद शंकर सिंह को औरंगाबाद (Aurangabad) सदर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है। टिकट मिलने के बाद उन्होंने कहा कि जिले की सभी सीटों पर कांग्रेस की जीत तय है और जनता बदलाव चाहती है।
औरंगाबाद सदर विधानसभा सीट से कांग्रेस ने एक बार फिर (Anand Shankar Singh) आनंद शंकर सिंह को मैदान में उतारा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह कुटुंबा विधायक राजेश कुमार ने उन्हें सिंबल दिया। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी ने एक बार फिर युवा प्रत्याशी आनंद शंकर सिंह पर भरोसा जताया है। क्षेत्र में अच्छी पकड़ और विकास के प्रति समर्पण को देखते हुए तीसरी बार आनंद शंकर सिंह को प्रत्याशी बनाया है। इस बार भी वे जनता का भरोसा जीतने में कामयाब होंगे और हैट्रिक लगाएंगे।
सिंबल मिलने के बाद आनंद शंकर सिंह ने कहा कि महागठबंधन पूरी तरह से एकजुट है। जिले के सभी छह विधानसभा सीटों पर महागठबंधन प्रत्याशियों की जीत निश्चित है। पिछले कार्यकाल के दौरान कई विकास कार्य हुए। इस बार अधूरे कार्यों को पूरा किया जाएगा।
बीजेपी ने त्रिविक्रम नारायण सिंह को उतारा
औरंगाबाद सदर से आनंद शंकर सिंह पिछले दो बार से विधायक है। दोनों बार उन्होंने भाजपा के कद्दावर नेता पूर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह को हराया था। पिछले चुनाव में आनंद शंकर सिंह को 70018 और रामाधार सिंह को 67775 वोट मिले थे। बहुत ही कम अंतर से उनकी जीत हुई थी।
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इस बार उनका मुकाबला बीजेपी के त्रिविक्रम नारायण सिंह से होगा। त्रिविक्रम नारायण सिंह के नाम पर एनडीए में फूट है। भाजपा के जिला महामंत्री सतीश कुमार सिंह ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की है। बीजेपी प्रत्याशी के सामने कई चुनौतियां होंगी। इसका फायदा महागठबंधन के प्रत्याशी आनंद शंकर सिंह को मिल सकता है।
बसपा से मिला टिकट
समाजसेवी शक्ति मिश्रा बसपा की टिकट पर चुनावी मैदान में उतरेंगे। पार्टी की ओर सिंबल मिल गया है। शक्ति मिश्रा पिछले कुछ वर्षों से क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। राजद से भी टिकट के लिए प्रयास किया लेकिन महागठबंधन में सीट कांग्रेस के खाते में होने के कारण उन्हें सफलता नहीं मिली।
टिकट मिलने के बाद शक्ति मिश्रा ने कहा कि वे समाज सेवा से जुड़े हैं। लोगों की सेवा करना चाहते हैं। इलाके में कई बेहतर कार्य किए गए हैं। देव में श्रद्धालुओं के लिए भोजनालय चलाया जाता है। जहां 20 रुपए में लोगों को भरपेट खाना खिलाया जाता है। इसके अलावा गरीब बेटियों की शादी में सहयोग करते हैं।
भारत में कितने राज्यों में कांग्रेस की सरकार है?
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) भारत गणराज्य की राजनीतिक व्यवस्था में दो प्रमुख दलों में से एक है। 20 नवंबर 2024 तक, INC तीन राज्यों में सत्ता में है: हिमाचल प्रदेश , कर्नाटक और तेलंगाना । तमिलनाडु और झारखंड में, यह क्रमशः गठबंधन सहयोगियों द्रविड़ मुनेत्र कड़गम और झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ सत्ता साझा करती है।
2025 में बीजेपी कितने राज्यों में शासन कर रही है?
सितंबर 2025 तक, यह गठबंधन 20 भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों पर शासन कर रहा है। भाजपा की आधिकारिक विचारधारा एकात्म मानववाद है, जिसे सबसे पहले 1965 में दीनदयाल उपाध्याय ने प्रतिपादित किया था।
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