रेवेन्यू 3 गुना बढ़ा
मुंबई: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म ज़ोमैटो(Zomato) को वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2FY26) में ₹65 करोड़ का समेकित शुद्ध लाभ (Consolidated Net Profit) हुआ है। यह पिछले साल की समान तिमाही के ₹176 करोड़ के मुनाफे की तुलना में 63% कम है। मुनाफे में यह कमी बाजार की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी, जिसके कारण 16 अक्टूबर को कंपनी का शेयर 3.91% गिरकर ₹340.50 पर बंद हुआ। हालांकि, कंपनी का प्रदर्शन रेवेन्यू के मोर्चे पर बेहद मजबूत रहा, जहां जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी ने पिछले साल के ₹4,799 करोड़ के मुकाबले 184% (लगभग तीन गुना) अधिक ₹13,590 करोड़ का रेवेन्यू अर्जित किया।
रेवेन्यू में जबरदस्त बढ़ोतरी और बाज़ार में ज़ोमैटो का कद
ज़ोमैटो(Zomato) के रेवेन्यू में यह तीन गुना उछाल यह दर्शाता है कि उसकी सेवाओं, विशेष रूप से ग्रॉसरी डिलीवरी सब्सिडियरी ब्लिंकिट(Grocery delivery subsidiary Blinkit) के एकीकरण के बाद, बाज़ार में उसकी पैठ और स्वीकार्यता तेज़ी से बढ़ी है। रेवेन्यू वह आय होती है जो कंपनी को वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री से मिलती है। मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ के बावजूद, कम मुनाफा खर्चों में वृद्धि की ओर इशारा करता है। वर्तमान में, ₹3.16 लाख करोड़ के मार्केट कैप के साथ, ज़ोमैटो(Zomato) (जिसकी मूल कंपनी इंटरनल है) देश की 19वीं सबसे बड़ी कंपनी है। यह देश का पहला फूड-टेक यूनिकॉर्न (1 बिलियन डॉलर से अधिक वैल्यू वाला स्टार्टअप) भी है।
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कंसॉलिडेटेड मुनाफा और कंपनी का उद्भव
कंपनी के परिणाम आमतौर पर दो रूपों में जारी होते हैं: स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड (समेकित)। ज़ोमैटो(Zomato) का यह ₹65 करोड़ का आंकड़ा कंसॉलिडेटेड मुनाफा है, जिसका अर्थ है कि यह पूरी कंपनी समूह के वित्तीय प्रदर्शन को दर्शाता है। इसमें ज़ोमैटो(Zomato) की मुख्य फूड डिलीवरी, और उसकी 21 सब्सिडियरी तथा 1 ट्रस्ट (जिसमें ब्लिंकिट भी शामिल है) के वित्तीय परिणाम शामिल हैं। ज़ोमैटो की शुरुआत दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा ने 2008 में ‘फूडीबे’ के नाम से की थी, जिसे 2010 में ‘ज़ोमैटो’ कर दिया गया। दिल्ली-एनसीआर में सफलता के बाद, कंपनी ने 2012 तक श्रीलंका, यूएई, यूके और फिलीपींस जैसे देशों में अंतरराष्ट्रीय विस्तार किया।
वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में ज़ोमैटो के कंसॉलिडेटेड मुनाफे में पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले कितने प्रतिशत की कमी आई है?
वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2FY26) में ज़ोमैटो के कंसॉलिडेटेड मुनाफे में पिछले साल की समान तिमाही (Q2FY25) के मुकाबले 63% की कमी आई है।
ज़ोमैटो की पेरेंट कंपनी का नाम क्या है और यह कितने मार्केट कैप के साथ देश की कौन-सी सबसे बड़ी कंपनी है?
ज़ोमैटो की पेरेंट कंपनी का नाम इंटरनल लिमिटेड है, और यह ₹3.16 लाख करोड़ के मार्केट कैप के साथ देश की 19वीं सबसे बड़ी कंपनी है।
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