करोड़ों की कार और लाखों के गहने
भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal) इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया। आइये जानते हैं कि यादव ने अपने हलफनामे में कितनी संपत्ति की खुलासा किया है।
पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। पहले चरण के चुनाव के लिए सभी प्रत्याशियों ने नामांकन भी कर लिया है। इस बीच भोजपुरी स्टार (Bhojpuri Star) खेसारी लाल यादव भी सारण जिले की छपरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने शत्रुघ्न यादव उर्फ खेसारी लाल यादव को टिकट दिया है। यादव ने शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया। वहीं खेसारी लाल यादव की संपत्ति की बात करें तो उनके हलफनामे के अनुसार उनके पास 24.81 करोड़ रुपये की चल व अचल संपत्ति है।
लफनामे में किया संपत्ति का खुलासा
बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश की सबसे लोकप्रिय बोली भोजपुरी के सबसे प्रसिद्ध गायकों व अभिनेताओं में से एक खेसारी लाल यादव को राजद ने पार्टी में शामिल होने के एक दिन बाद इस सीट से उम्मीदवार बनाया। खेसारी लाल यादव की पत्नी चंदा भी गुरुवार को राजद में शामिल हुईं।
शुक्रवार को चुनाव अधिकारी के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल करते समय एक हलफनामे में खेसारी लाल यादव ने बताया कि उनके पास 16.89 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 7.91 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। वहीं खेसारी लाल यादव की पत्नी के पास 90.02 लाख रुपये की चल संपत्ति और 6.49 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है।
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हलफनामे के अनुसार, भोजपुरी अभिनेता के पास पांच लाख रुपये और उनकी पत्नी के पास दो लाख रुपये नकदी है। उनके के पास कई बैंक खाते और 35 लाख रुपये के सोने के आभूषण हैं। हलफनामे के अनुसार, खेसारी लाल यादव की चल संपत्ति में तीन करोड़ रुपये की एक लग्जरी कार शामिल है।
कौन हैं खेसारी लाल यादव?
पहली बार चुनाव लड़ रहे गायक यादव ने कहा, “मेरा दिल हमेशा राजद के साथ रहा है।” बता दें कि छपरा में पहले चरण में छह नवंबर को मतदान होगा। खेसारी लाल यादव ने लगभग 100 फिल्मों में काम किया है और 5,000 से अधिक भोजपुरी गीत गाए हैं।
उन्होंने दावा किया कि उनके पिता मंगरू यादव शुरुआत में सुबह में एक रेहड़ी-पटरी वाले के रूप में और रात में एक सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते थे। यादव का दावा है कि वह बचपन में मवेशी चराते और उनका दूध बेचते थे। उन्होंने कहा है कि बाद में, वह दिल्ली चले गए, जहां उन्होंने अपने माता-पिता और पत्नी के साथ ‘लिट्टी-चोखा’ बेचना शुरू किया।
लाल यादव पहले क्या कर रहे थे?
1998-99 के दौरान यादव ने भोजपुरी थिएटरों में एक थिएटर कलाकार के रूप में अपना करियर शुरू किया, जहाँ वे रामायण और महाभारत में गाया करते थे, उन्होंने भोजपुरी लोक नृत्य लौंडा नाच भी सीखा। बाद में वे ओखला , दिल्ली भी चले गए, जहाँ उन्होंने अपने माता-पिता और पत्नी के साथलिट्टी चोखा बेचना शुरू किया।
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