सासाराम। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार, उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी और चिराग पासवान को ‘पांच पांडवों’ की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि 1990 से 2005 के बीच राजद ने बिहार में जंगलराज लाया था, लेकिन पीएम मोदी (PM Modi) व नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार बिहार का विकास कर रही है। देश का उत्थान करते हुए भारत को वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित किया जा रहा है।
पांच पांडव के नेतृत्व में मजबूत गठबंधन एनडीए के रूप में संकल्प लेकर बढ़ा : सीएम योगी
‘पांच पांडवों’ (मोदी, नीतीश कुमार, उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी और चिराग पासवान) के नेतृत्व में मजबूत गठबंधन एनडीए के रूप में संकल्प लेकर बढ़ा है कि बिहार में फिर से जंगलराज नहीं आने देना है। सीएम ने बिहार वासियों से अपील की कि जंगलराज के खिलाफ सुशासन की सुदृढ़ नींव पर मजबूत व समृद्ध बिहार के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ना है। उत्तर प्रदेश की व्यस्तताओं के बीच बुधवार को भी बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार किया। दूसरी रैली में सासाराम विधानसभा क्षेत्र से एनडीए उम्मीदवार स्नेहलता कुशवाहा के पक्ष में रैली की।सीएम ने यहां भी राजद-कांग्रेस गठबंधन पर करारा प्रहार भी किया। उन्होंने कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनाएं दीं।

योगी का तंज- ठगी की दुकान खोलकर चुनाव के बहाने आपके बीच आए हैं महागठबंधन वाले
सीएम ने वाराणसी के देव दीपावली का जिक्र करते हुए मिट्टी से बनने वाले दीप से प्रजापति समाज को लाभ होगा। इसमें लगे तेल का पैसा किसानों के पास जाएगा। पुजारी, माली, कुम्हार समेत हर व्यक्ति इससे जुड़कर आस्था का सम्मान व रोजगार का सृजन कर रहा है। सीएम योगी ने मां जानकी के साथ ही बिहार के अनेक महापुरुषों का भी स्मरण किया। सीएम ने कहा कि बिहार की तरह सासाराम व रोहतास जनपद का भी गौरवशाली इतिहास रहा है, लेकिन कांग्रेस व राजद ने नागरिकों के सामने पहचान, बहन-बेटियों, व्यापारियों व उद्यमियों के सामने सुरक्षा का संकट खड़ा किया था तो किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया। आज जो लोग घोषणाएं कर रहे हैं, वह लोग महागठबंधन बनाकर ठगी की दुकान खोलकर चुनाव के बहाने आपके बीच आए हैं, इन्हें फिर से नहीं आने देना है।
वाराणसी में हुई घटना की कर रहे जांच, दोषियों पर करेंगे कड़ी कार्रवाई
सीएम योगी ने कहा कि साल भर पहले यहां की बेटी परीक्षा की तैयारी की कोचिंग के लिए वाराणसी गई थी। उसके साथ दुखद घटना हुई, हम उसकी जांच कर रहे हैं। एसआईटी गठित करेंगे और दोषियों को सख्त सजा देंगे। बेटी की सुरक्षा व सम्मान होगा। बेटी की सुरक्षा में सेंध लगाने वालों का यमराज के घर का टिकट कटवा देंगे।
सासाराम क्यों प्रसिद्ध है?
शेरशाह सूरी का मकबरा – यह सासाराम की सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहर है। लाल बलुआ पत्थर से बना यह भव्य मकबरा भारत में मुगल स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है।
रोहतासगढ़ किला – विंध्य पर्वत की पहाड़ियों पर स्थित यह किला ऐतिहासिक और रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
माँ तारा चंडी मंदिर – यह एक प्रसिद्ध शक्ति पीठ है और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
ऐतिहासिक महत्व – सासाराम शेरशाह सूरी की जन्मभूमि भी है, जिन्होंने दिल्ली का शासन संभालते हुए कई प्रशासनिक सुधार किए (जैसे रुपया प्रणाली, सड़क निर्माण आदि)।
ग्रांड ट्रंक रोड (GT Road) – भारत की ऐतिहासिक सड़क, जो कोलकाता से अमृतसर तक जाती है, सासाराम से होकर गुजरती है।
सासाराम में कौन सी भाषा बोली जाती है?
- मुख्य भाषा: भोजपुरी
- अन्य भाषाएँ: हिंदी (आधिकारिक एवं शैक्षणिक उपयोग में), अंग्रेज़ी (शिक्षा और प्रशासन में सीमित रूप से)
इस प्रकार, सासाराम इतिहास, संस्कृति और स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है, और यहाँ के लोग भोजपुरी को अपनी मातृभाषा के रूप में बोलते हैं।
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